फैजाबाद से कायस्थ धार्मिक संसद का एलान – गुरूवार दिन है भगवान चित्रगुप्त का
"कायस्थवृन्द" एवम "जय चित्रॉश आन्दोलन" की आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय बैठक का प्रारम्भ विभिन्न कायस्थ संस्थाओ के प्रतिनिधियो एवम सक्रिय कायस्थो द्वारा लखनऊ के होम्योपैथी चिकित्सक डा०अरविन्द्र श्रीवास्तव एवम "अखिल भारतीय चित्रॉश महासभा " राष्ट्रीय महासचिव आदरणीय बलदाऊ जी के देखरेख में सम्पन्न पूजन ,स्तुति व आरती से हुआ.
इसके पश्चात "मधुकर" जी ने श्री चित्रगुप्त महात्म्य वर्णन एवम कथा का पाठ कर उपस्थित जन के लिये अराध्य से आशीष मॉगा.
धार्मिक मामलो के लिये गठित समिति की बैठक द्वारा संस्तुत प्रस्तावो को "कायस्थवृन्द" की बैछक में गहन विचार- विमर्श के उपरान्त पारित किया गया जे निम्नवत है.
(1) आदरणीय बलदाऊ जी कायस्थ धर्मगुरू घोषित
(2) आदरणीय डा० अरविन्द्र श्रीवास्तव "मधुकर" राष्ट्रीय कायस्थ पुरोह्त घोषित जिन्हे प्रादेशिक/जनपदीय/नगरीय आदि कायस्थ पुरोहितो के मनोनयन का अधिकार होगा.
(3) बृहस्पतिवार/गुरूवार को भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा/अर्चना एवम दर्शन करने से चमत्कारिक परिणाम प्राप्त होने के कारण लोककल्याण व जनहित हेतु बृहस्पतिवार को "धर्मराज अराधना" हेतु उपयुक्त दिवस के रूप में मनाया जाये.माना जाता है कि बृहस्पतिवार को भगवान श्री चित्रगुप्त की कथा श्रवण करने से इहलोक के कष्टो व समस्याओ का निवारण तो होता है ,परलोक मे सीधे बैकुण्ठ धाम प्राप्त होता है.
(4) समस्त जन के कल्याण के लिये भगवान श्री चित्रगुप्त के कथा का देश भर मे आयोजन करना.
(5) होने वाली आगरा बैठक(14 व 15 मई 2016) में विशिष्ट रूप से "कायस्थ धर्म संसद " का आयोजन किया जायेगा.