"कायस्थ खबर" सर्वे : जन सामान्य में आपसी सद्भाव और समर्पण भाव जाग्रत करने में सफल कदम: ----------------------------------------------- हम "कायस्थ खबर" को सफलतापूर्वक संपन्न हुए सर्वे के लिए बधाई और साधुवाद देते हैं।
हमें प्रसन्नता है कि "कायस्थवृन्द" की सह मुख्य समन्वयिका डॉ ज्योति श्रीवास्तवा जी 3444 (13%) मत पाकर सम्पूर्ण सर्वे में द्वितीय स्थान पर रहीं।कुमार सम्भव जी को "कायस्थ खबर" के सर्वे में सर्वाधिक लोक प्रिय कायस्थ नेता चुने जाने पर हार्दिक बधाई। सही मायने में डॉ ज्योति श्रीवास्तवा जी देश की सर्वाधिक लोकप्रिय कायस्थ महिला नेत्री मानी गई जो अपने कर्मठ,सहज,माधुर्य,सौहार्दपूर्ण, विनम्र,बौद्धिक व्यवहार व जमीनी धरातल पर राजनीतिक,धार्मिक एवम् सामाजिक सरोकारों व संघर्षों से जुड़ी रहीं।कायस्थ समाज के सक्रिय साथियों में अधिकांश स्थानीय समाज सेवा में ही व्यस्त रहते थे।डॉ ज्योति श्रीवास्तवा जी के सक्रिय होने से न केवल समाज सेवा की भावना बलवती हुई अपितु अनेक सक्रिय कायस्थों का धार्मिक एवम् राजनीतिक जागरूकता का पक्ष भी सक्रिय हुआ। मेरा सौभाग्य है कि डॉ ज्योति हमारी न केवल पारिवारिक मित्र है अपितु "कायस्थवृन्द" की विचारधारा को आगे बढ़ाने में सह मुख्य समन्वयिका के रूप में अनन्य सहयोगी भी हैं।यद्यपि मैं अपनी अन्य व्यस्तताओं एवं शुमेच्छुओं के इस आग्रह पर कि "दूसरों को आगे आने दें" इस सर्वे में निष्क्रिय रहा और पिछड़ा हुआ दिखा परन्तु "कायस्थ वृन्द" गत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी इस मायने में लोकप्रिय रहा कि उससे सीधेे जुड़े लोगो को कुल सर्वे का 20 फीसदी से ज्यादा मत प्राप्त हुए।"कायस्थ वृन्द" की सर्वस्वीकार्यता में वृद्धि का ही प्रभाव है कि कथित रूप से बड़े व अर्न्तराष्ट्रीय प्रभाव वाले अनेक संगठन "कायस्थवृन्द" के नियन्त्रण कर्ताओं व सक्रिय सहयोगियों को अपने यहाँ बड़ा पद देकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
हालांकि कतिपय साथियो ने इस सर्वे के बारे में प्रतिकूल बाते कह कर "अंगूर खट्टे है " मुहावरे का परिचय ही दिया था क्योकि सर्वे आदि में विजयश्री प्राप्त करने के लिये न केवल सोशल मीडिया पर स्थापित होना आवश्यक है बल्कि इससे बढकर सच्चे समर्थकों की वह संख्या भी पास मे होनी चाहिये जो पूरी आस्था, निष्ठा ,ईमानदारी व सक्रियता से आपको नेता मानते हुये प्रयास करे।ये उनकेे आत्ममँथन का विषय हो सकता हैं।कुमार सम्भव जी,डा० ज्योति श्रीवास्तवा जी ,सौरभ जी,मनोज कृष्ण जी सहित सर्वे में सहभागी रहे अनेक दावेदारो ने यह साबित किया कि उनके पास ऐसे समर्थित व समर्पित कार्यकताओ की खासी संख्या है।
इसी प्रकार स्थापित नेताओ के समर्थकों को चाहिए कि अपने नेता को अपना चेहरा दिखाने के साथ- साथ आकाश,जमीन और पाताल पर भी नजर रखे और अपने नेता के लिये सूक्ष्म से सूक्ष्म कार्य करे।मेरे निजी विचार में "कायस्थ खबर" द्वारा ऐसे सर्वे प्रत्येक तीन माह में होने चाहिये जिससे स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा एवम सक्रियता बनी रहे जो हमारे विशाल कायस्थ परिवार के लिये अभी भी प्रासंगिक है। सभी विजयी प्रतिभागियो को बधाई व शुभकामनाये।आपका अपना धीरेन्द्र श्रीवास्तव मुख्य समन्वयक ''कायस्थवृन्द"