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कायस्थ समाज अपने स्वाभाव को बदल सकता है – संजय श्रीवास्तव

पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में समाज के कुछ व्यक्तियों के द्वारा अनेक तरह से कमेंट किये जाते रहे है जैसे कायस्थ एक नहीं हो सकते कायस्थ एक दुसरे का भला नही कर सकते  कायस्थों में अहम बहुत है और अन्य कई तरह के कमेंट है  पर वास्तविकता को कोई नहीं मानना चाहता है पर शायद आप ने भी उस पर ध्यान दिया है की नहीं पर में आपका ध्यान उस और ले जाना चाहता हूँ वास्तविकता यह है हमने अपने पिता के गुणों को और उनके बताये रस्ते पर नहीं चल रहे है बल्कि अपने ननिहाल के रास्तो विचारो और आदतो को ग्रहण कर लिया है जो आज तक चल रहा है और हमेशा चलता रहेगा। अब जाने कैसे आप  को बताते है की हमारी पहली माता नन्दनी है अब उनके परिवार पर नजर डालते है  कस्यप ऋषि के पोते श्राद्धदेव को  सूर्य देव ने दक्षिणा स्वरूप एक कन्या दी  जिन्हे सुदक्षिणा (सूर्यदक्षिणा) कहता तो कोई नन्दनी। श्राद्धदेव ब्राम्हण थे, इसलिए उनकी यह कन्या, ब्राम्हण कन्या कहलाई। आप को बताने की आवश्यकता नहीं की सूर्य भगवन का स्वाभाव कैसा था तो कायस्थो में वो असर है की वो अपने आगे किसी की नहीं लगने देते और हमेशा दूसरो को कमजोर समझते है और अपने आप को बहुत बड़ा अभिमानी। अब आते है हमारी दूसरी माता के पास नागमाता कद्रि का पुत्र एरावत नागवन्श का महाप्रतापी राजा की पुत्री थी और ये जग जाहिर है नाग का स्वाभाव कैसे होता है कायस्थो में वो असर है की वो अपने भाई भाई को नहीं देख सकता सकता आपस में लड़ते रहना कमजोर को दबाना ये हमारी प्रवति है। अब इसका समाधान क्या है ad-vaibhavइसका समाधान यह है की प्रतिदिन हम पूजा अर्चना करे लेकिन पहले अपनी माता की पूजा करे और उनसे आश्रीवाद ले की हम अपने पिता के  बताये  रास्ते पर चले और उनका अनुशरण करे क्योकि पुरे ब्रह्माण्ड में तीन देवो को छोड़कर कोई भी देवता ऐसा नहीं जिसके जीवित रहने के प्रमाद मिलते हो पर भगवन चित्रगुप्त जी के ऐसे भगवन है जो सृष्टि के अंत तक हर मनुष्य का देव और दानव के कर्मो का हिसाब किताब रखते है अतः वो हमेशा जीवित है आदि अनत काल तक इसलिए आप से यह प्राथर्ना करते है की अपने पूज्यनीय भगवन के स्वाभाव की भांति अपने आप को ढाले और एक मिशाल कायम करे। यह मेरे अपने विचार है इन विचारो को व्यक्त करते समय मेरा मकसद किसी की भावनाओ को ठेश पहुचना नहीं है हो सकता है मेरे विचार गलत हो सकते है और यदि ऐसा है तो आप अपने विचार अवश्य दे। संजय श्रीवास्तव (संजय श्रीवास्तव टक्स कंसल्टेंट और कायस्थ खबर के सोशल मीडिया प्रभारी भी है  )

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