बस्ती के ओरीजोर निवासी सौरभ श्रीवास्तव ब्रुक एनिमल फॉर इंडिया संस्था की बिजनौर के साकेत कालोनी स्थित ऑफिस में मैनेजर थे। वह बिजनौर में परिवार के साथ रहते थे। दो दिन पहले सौरभ (38) अपनी पत्नी रजनी (35) बेटे आर्यन (10), पिता रामप्रताप (70), यादव व मां हेमलता (68) के साथ मथुरा-वृंदावन गए थे। रविवार रात पूरा परिवार कार से बिजनौर लौट रहा था। करीब ढाई बजे उनकी कार बैराज के पास पहुंची तब किसी वाहन से टकरा गई।सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला। सौरभ श्रीवास्तव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रजनी, रामप्रताप व हेमलता को मेरठ के आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया। रामप्रताप श्रीवास्तव ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। हेमलता की हालत गंभीर बनी हुई है। रजनी के दोनों पैरों में फ्रैक्चर हो गया है। एक परिवार में दो मौत से कोहराम मच गया।कायस्थ विकास परिषद् के उत्तर प्रदेश प्रदेश सचिव व IPTA के प्रदेश कार्यकाणी सदस्य व रंगकर्मी व निर्देशक स्वगीय सौरभ श्रीवास्तव जी का कल दिनांक 6 जुलाई को अपने पिता स्वगीय राम प्रताप लाल के साथ एक मार्ग दुर्घटना में निधन हो गयाहाल ही में स्व सौरभ श्रीवास्तव जी की पुस्तक बकरी नामा का लखनऊ में विमोचन हुआ था स्व सौरभ श्रीवास्तव जी बड़े ही हस मुख स्वभाव के व्यक्ति थे सदैव हँसते मुस्कुराते रहना और हर बात को हँसते हुए प्रदर्शित करना स्व सौरभ जी के व्यक्तिव में शामिल थास्वगीय सौरभ श्रीवास्तव जी की आकस्मिक म्रत्यु से कायस्थ विकास परिषद् समेत सम्पूर्ण कायस्थ समाज को गहरा अघात पंहुचा है !कायस्थ समाज की तरफ से उठे मदद के लिए हाथ सौरभ जी के परिवार को जो अपूर्णीय क्षति हुई है उसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती है लेकिन सामाजिक और आर्थिक मदद जो संभव है वह की जा सकती है इसी विचारो के साथ जय चित्रांश आन्दोलन के श्री सिन्हा जी ने सभी कायस्थ समाज से अपील की है की वह सौरभ जी के परिवार के लिए एक सहायता फण्ड बनाये और अपने क्षमता अनुसार अंशदान करे !राज्य सभा सांसद और कायस्थ सिरोमणि श्री आर के सिन्हा जी ने सौरभ जी के बच्चो की सारी शिक्षा का खर्च उठाने की बात कही है यदि उनका परिवार कहता है तो !#निवेदनजो कायस्थ जन सौरभ जी के घर के आस पास रहते है या थोड़ी दूरी पर वह सौरभ जी के घर जा कर उनके शोक संतप परिवार से मिले और उन्हें हिम्मत दे इस समय उन्हें अपनों के साथ की जरुरत है !
