अगर हमें जिन्दगी में आगे निकलना है तो इन केकडे टाइप लोगों से बचना होगा – संजीव सिन्हा
आप चारपहिया गाडी से हाईवे पर जा रहे हों, आपके आगे एक पुराना खटारा ट्रक वाला पहली लेन में चल रहा हो और आपके बार-बार पास मांगने पर भी पास नहीं देता है तो आप क्या करते हैं। मजबूर होकर ट्रैफिक नियमों के विपरीत जाकर उसे बांये से ओवरटेक करके आगे निकल जाते है क्योंकि वो न तो आपसे तेज चल सकता है और न ही अपने बडे होने के अहंकार को छोड सकता है।
जिन्दगी में कई बार हमारे साथ यही होता है। हम तेज गति से निकलना चाहते हैं पर केकडे टाइप के हमारे आस-पास के लोग हमारी टांग पकड कर खींच कर अपने साथ रखना चाहते हैं। वे नहीं चाहते कि आप आगे निकले और उन्हें पराजित होना पडे।
अगर हमें जिन्दगी में आगे निकलना है तो इन केकडे टाइप लोगों से बचना होगा, ये कई प्रकार के होते हैं, कुछ आपकी आलोचना करके आपको बहस में उलझाना चाहेंगे, तो कुछ अपने प्यार का वास्ता देकर आपको रोकना चाहेंगे, तो कुछ अजीबोगरीब तर्क या धमकी देकर आपका मार्ग अवरूद्ध करने की कोशिश करेंगे। आप अगर इनमें उलझ गये या इनसे तर्क-वितर्क करने लगे तो निश्चित मानिये, ये यही चाहते थे जो आप इनके जाल में फॅस कर करने लगे। इनका एक ही समाधान है, इन केकडों की ओर कोई ध्यान मत दीजिये और अपने काम और अपने उद्येश्य पर ध्यान दीजिये।
जय चित्रांश।
संजीव सिन्हा