उत्तर भारत | अम्बष्ट, अस्थाना, अधोलिया, बाल्मिकी, श्रीवास्तव, खरे, सक्सेना, माथुर, निगम, सूरध्वज, गौंड, भटनागर, कुलश्रेष्ट, कर्ण हैं | |
दक्षिण भारत | मुदलियार, नायडू, पिल्ले, नायर, राज, मेमन, रमन, राव, करनाम, लाल, काणिक, रेड्डी, प्रसाद | |
राजस्थान | गुप्त, नन्द, शर्मन, फुत्तु, भावेकदानवास, माथुर | |
बंगाल | सेन, कार, पालित, चंद्र, साहा, भद्रधर, नंदी, घोष, मल्लिक, मुंशी, डे, पाल, रे ( राय ) गुहा, वेध, नाग, सोम, सिन्हा, रक्षित, अकुर, नंदन, नाथ,विश्वास, सरकार, चौधरी, बर्मन, भावा, गुप्त, मृत्युंजय, दत्ता, कुंडु, मित्र, धर, शर्मन, भद्र, बोस | |
महाराष्ट्र | पठारे, चंद्रसेनी, प्रभु, चित्रे, मथरे, ठाकरे, देशपांडे, करोड़े, दोदे, तम्हणे, सुले, राजे, शागले, मोहिते, तुगारे, फडसे, आप्टे, रणदिये, गड़कारी,कुलकणी, श्राफ, वेध, जयवत, समर्थ, दलवी, देशमुख, मौकासी, चिटणवीस, कोटनिस, कारखनो, फरणीस, दिघे, धारकर, प्रधान | |
गुजरात | चंद्रसेनी, प्रभु, मेहता, बल्लभी, बाल्मिकी, सूरध्वज | |
उडीसा | पटनायक, पाटस्कर, कानूनगो, मोहन्ती, वाहीयार | |
आसम | बरुआ, चक्रवर्ती, पुरुकायस्थ, वेध, चौधरी | |
सिन्ध | आलिभ, फाजिल, कामिल, अडवानी | |
नेपाल | श्रेष्ठ, वैध, चक्रवर्ती, सिन्हा | |
पंजाब | राय, बक्शी, दत्त, सिन्हा, बोस | |
कायस्थों के प्रचलित सरनेम (उपनाम )
भारत के विभिन्न प्रान्तों में निम्न उपनाम के कायस्थ अधिक रहते हैं |