दोस्तों साथियों समाज बंधुओं हमारे कायस्थ समाज में संगठनों की कोई कमी नहीं हर घर से एक अध्यक्ष है और हर घर से एक कार्य करता है परंतु बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारा कायस्थ समाज आज इन राजनीतिक नेताओं के चक्कर में दिग्भ्रमित हो रहा है और समाज को एक करने का दावा करने ...
Read More »भड़ास
दिशाविहीन हो रहे कायस्थ समाज को कौन राह दिखाए : राजीव रंजन
एक संगठन कहता है कि कायस्थ समाज अगर अपना हित चाहता है तो जंतर-मंतर पर जुटे, तो दूसरा कह रहा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तो कोई मध्य प्रदेश तो कोई कहीँ और फिर किसी की आवाज़ आती है कि हम किसी से कम नहीं, तो कोई कहता की अगर हमारा हिस्सा नहीं मिला तो हम सरकार की ईट से ...
Read More »कायस्थवृन्द सभी संस्थाओं की परेशानियों एवं उसके निवारण का एक अति उत्तम मंच है – सुमन कुमार वर्मा
आदरणीय धीरेन्द्र श्रीवास्तव जी , मैं आज तक यही जनता था कि कायस्थवृन्द एक संस्था है। शायद यह मेरा सोचना गलत था या मेरा दुर्भाग्य था की कायस्थवृन्द को समझ नहीं पाया। लेकिन आपके इस पोस्ट से आज मैं पूरी तरह संतुष्ट हो गया हुँ कि कायस्थवृन्द क्या है। मैं खुद ही एक सामाजिक संस्था का पदाधिकारी हुँ, परन्तु कायस्थवृन्द ...
Read More »भाई योगेंद्र श्रीवास्तव जी, भाई धीरेन्द्र श्रीवास्तव जी,…आप दोनों से मेरी यही प्रार्थना है की अब विवाद को यहीं समाप्त करें ….. पवन कुमार श्रीवास्तव
आदरणीय भ्राता , धीरेन्द्र श्रीवास्तव जी, कायस्थवृन्द, बहुत खेद और दुख का विषय है की, जहां हम सभी के समय का सदुपयोग कायस्थ समाज के उत्थान और कल्याण में लग्न चाहिए, वहां हम सभी विवाद और स्पष्टीकरण में ही लगे रहते हैं...क्या फर्क पड़ता है की कौन किस संस्था का सदस्य है, क्या आवश्यकता है किसी से भी ये कहने ...
Read More »“कायस्थवृन्द”के प्रति शंका करने के बजाये विश्लेषणात्मक समीक्षा करना समीचीन होगा: योगेन्द्र श्रीवास्तव के आरोपों पर बोले धीरेन्द्र श्रीवास्तव
प्रसिद्ध कायस्थ मीडिया पोर्टल " Kayastha Khabar "के माध्यम से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के एक पदाधिकारी को प्रश्न उठाने के पूर्व जानना चाहिये था कि "कायस्थवृन्द" कोई संगठन अथवा संस्था नही है बल्कि सामूहिक नेतृत्व की अवधारणा है जिसमें विभिन्न कायस्थ संस्थाओ/संगठनो के पदाधिकारियो,विभिन्न संस्थाओ व संगठनो के कायस्थ पदाधिकारी, व्हाट्सेप तथा फेसबुक के पेजो व ग्रुपो के संस्थापक एडमिन तथा सक्रिय कायस्थो ...
Read More »मंदिर हमारी आस्था का केन्द्र है, यदि कोई मंदिर के नाम पर दान माँगता है तो वो ठीक नही है- कुलदीप श्रीवास्तव
आजकल कुछ संस्थायें भगवान के नाम पर चंदा माँगने के काम पर लगी हैं। उन सभी से मेरा कहना है कि इस तरह से चंदा माँगकर हमारे हिन्दू धर्म को कमजोर मत करिये। पहले से ही हम हिन्दुओं में भगवान के नाम पर आस्था की कमी है। मात्र गिने चुने लोगों के अंदर ही प्रभु के नाम आस्था और श्रद्धा ...
Read More »ABKMभारत विवाद पर कायस्थ ट्रस्ट के सुमनकुमार वर्मा की मनीष श्रीवास्तव से अपील : किसी भी चित्रांश संस्था या चित्रांश पर बिना वजह आरोप नही लगाएं
चित्रांश मनीष जी से विनम्र निवेदन है कि किसी भी चित्रांश संस्था या चित्रांश पर बिना वजह आरोप नही लगाएं। यही कारण है कि हम चित्रांश एक नही हो पाए। आज भी सभी चित्रांशों मे एकता नही बन पा रही है,क्योकि सभी एक दूसरे से मिलकर चलने एवम एकजुट होकर चित्रांशों के समस्यायों के निष्पादन करने की कोशिश नही कर ...
Read More »मुद्दा : राजनीती चमकाने में गर्त में जा रही है कायस्थ समाज की महिला नेत्री,अन्य महिलाओं के चरित्रहनन पर उतरी : करुन श्रीवास्तव
एक बात सिद्ध होती है कि औरत ही औरत की दुश्मन होती है आप लोग एक दूसरे पर इलज़ाम लगा कर क्या हासिल कर लेंगे बस थोड़ी सी वाहवाही क्या इससे समाज की अन्य जिम्मेदारियों की पूर्ति हो जाएगी? आप लोग इलज़ाम लगाकर सम्मानित होने का कार्य नही कर रहीं बल्किन स्वयम निर्वस्त्र हो रही हैं इसमें कोई दो राय ...
Read More »मुद्दा : कायस्थ संगठनो और नेताओं से राकेश श्रीवास्तव के १० तीखे सवाल
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ समाज की स्थिति पर यूँ तो पहले भी लोग अपना विश्लेषण प्रस्तुत करते रहे है और समय समय पर अपने अपने हिसाब से परिवर्तन भी करने की कोशिश करते रहे है लेकिन समाज की संरचना कहे की ख़राब होती स्थिति की पराकाष्ठा , सब प्रयास राजनीती में खो जाते है I एक कडवा सच ये ...
Read More »धीरेन्द्र श्रीवास्तव व हमारी सोसायटी पर नाना प्रकार के झूठे व मनगढंत कथायें व आरोप लगाने वाले सबूत दें – राजेश कुमार श्रीवास्तव
चूंकि प्रकरण न्यायालयाधीन है जिस कारण हम सब किसी भी प्रकार की टिप्पणी से बचते है जिसका लाभ उठाकर कायस्थ समाज को भरमाने व बरगलाने वाले लोग कायस्थ समाज के एकता व विकास के लिये प्रयासरत बड़े भाई श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव व हमारी सोसायटी पर नाना प्रकार के झूठे व मनगढंत कथायें व आरोप लगाते रहते है। ज्ञात हो कि ...
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