प्रभु की अद्भुत महिमा देखी !! लोगो हृदय में आस्था जागी !! यदि मैं आप सबसे कहूँ कि एक गैर कायस्थ परिवार ने चित्रगुप्त भगवान की महत्ता को स्वीकार कर संपूर्ण विधि सहित नित्य पूजन और आरती करना आरंभ किया है तो संभवतः सहज आपको विश्वास नहीं होगा.... जी हाँ!! ये सत्य है!! देहरादून, उत्तराखण्ड में पहली बार नवंबर, १६-१८,२०१६ ...
Read More »चौपाल
कायस्थ बोलता है : रेणु दी और अतुल सर का आभार, हम दोनोंआपकी मदद कभी नही भूल सकते : अल्पना श्रीवास्तव
कायस्थ खबर "कायस्थ बोलता है" के नाम से एक नया कालम शुरू कर रहा है जिसमे लोगो के टेस्टीमोनियलस उन लोगो के बारे में दिए जायेंगे जो परदे के पीछे रह कर काम कर रहे है I ये एक नयी कोशिश है समाज के चेहरों को आगे लाने का , मकसद है समाज में सहयोग की भावना को सामने लाने ...
Read More »संगठन, संगठन और संगठनों का खेल -सूत न कपास दो जुलाहों में लट्ठम-लट्ठा? महथा ब्रज भूषण सिन्हा
जय कायस्थ समाज की. आपकी प्रशंसा के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं, शब्द है भी तो लेखनी में स्याही अल्प है मुख से बखान करूँ तो सिर्फ एक ही मुख है. हे मेरे कुल पुरुष भगवान श्री चित्रगुप्त, मेरी जिह्वा पर सरस्वती विराजमान हों, सहस्त्र मुख हों तथा लेखनी में स्याही का समुद्र भर दें, ताकि मैं अपने मुख ...
Read More »कानाफूसी : एक नारी-दुखिया बेचारी, समाज सेवियों की समझ भी हारी : जानिये सोशल मीडिया पर जोड़ तोड़ का अनोखा खेल
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थसमाज में समाजसेवियों की नेतागिरी सोशल मीडिया तक ही सिमट कर रह गयी है I एक नारी-दुखिया बेचारी, समाज सेवियों की समझ भी हारी ऐसे ही आज कल खूब चर्चे है I हालत है ये की एक महिला नेत्री के सहयोगियों को आजकल खुद ये ही नहीं समझ आ रहा की वो किसके साथ है और किसके ...
Read More »यदि ये सर्वे नहीं होता,संभवतः मुझे भान ही नहीं होता कि इतने स्नेह और आशीर्वाद का सौभाग्य मुझे प्राप्त है – डा ज्योति श्रीवास्तव
कोटिश: धन्यवाद!!?!! सभी आदरणीय, स्नेही मित्र, बंधु-बांधव, शुभेच्छु जन जिन्होंने अपने व्यस्त-नियमित दिनचर्या में भी मुझे "वोट" करके द्वितीय स्थान तक पहुँचाया ... करबद्ध प्रणाम एवं सादर अभिनंदन!!?!! आश्चर्यजनक किंतु सुखद!! कायस्थ खबर : साधुवाद एवं अभिवादन!! संभवतः मुझे भान ही नहीं होता कि इतने स्नेह और आशीर्वाद का सौभाग्य मुझे प्राप्त है, यदि ये सर्वे नहीं होता। आज मैं ...
Read More »कतिपय साथियो ने “कायस्थ खबर” सर्वे के बारे में प्रतिकूल बाते कह कर “अंगूर खट्टे है ” मुहावरे का परिचय ही दिया,अब ये उनकेे आत्ममँथन का विषय हो सकता हैं- धीरेन्द्र श्रीवास्तव
"कायस्थ खबर" सर्वे : जन सामान्य में आपसी सद्भाव और समर्पण भाव जाग्रत करने में सफल कदम: ----------------------------------------------- हम "कायस्थ खबर" को सफलतापूर्वक संपन्न हुए सर्वे के लिए बधाई और साधुवाद देते हैं। हमें प्रसन्नता है कि "कायस्थवृन्द" की सह मुख्य समन्वयिका डॉ ज्योति श्रीवास्तवा जी 3444 (13%) मत पाकर सम्पूर्ण सर्वे में द्वितीय स्थान पर रहीं। कुमार सम्भव जी ...
Read More »नितीश कुमार ने फिर किया डा सच्चिदान्नद सिन्हा का अपमान : बिहार निर्माता को याद कर और श्रद्धासुमन अर्पित किये बिना क्या बिहार दिवस मनाना उचित है ? आदित्य श्रीवास्तव
जातिगत वोट बैक के लिए इतिहास से खिलवाड हमारे देश मे वर्षो से होता रहा है, और इसका प्रभाव कही ना कही हमारे देश के महापुरूषो के सम्मान पर भी पडता रहा है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह, देशरत्न राजेन्द्र बाबु और लाल बहादुर शास्त्री सहीत अनेको उदाहरण है जिन्हे केवल वोट बैक की राजनिति के लिए हमारे देश ...
Read More »लखनऊ से चौथी बार विधायक बनने वाले सुरेश श्रीवास्तव को मंत्री नहीं बनाया गया,क्या कायस्थ होना उनका अपराध है ? – शरद श्रीवास्तव
पहली बार जीतने वाले तमाम लोग मंत्री बनाए गए किंतु लखनऊ से चौथी बार विधायक बनने वाले सुरेश श्रीवास्तव को मंत्री नहीं बनाया गया . क्या कायस्थ होना उनका अपराध है ? या कोई अपराधिक केस ना होना या फिर 4 बार विधायक बनने के बाद भी M.I.G.मकान में रहना ? क्षेत्रीय जनता की सक्षम पदाधिकारियो. से मांग है कि ...
Read More »यूपी चुनाव में भाजपा की जीत मे आर. के. सिन्हा का बडा योगदान,कायस्थ पाठशाला के टी.पी. सिंह ,कायस्थ वृन्द के धीरेन्द्र श्रीवास्तव भी रहे साथी – आदित्य श्रीवास्तव
उत्तर प्रदेश में माननीय सांसद श्री आर.के.सिन्हा जी द्वारा सघन चुनाव अभियान किया गया । उससे कायस्थ वोट बीजेपी की ओर गोलबंद हुआ ।कायस्थों का शत प्रतिशत मतदान बीजेपी के पक्ष में हुआ है । इस बार ये संख्या 4 हो गयी है। चारों सीटों पर माननीय सांसद श्री आर.के.सिन्हा जी ने सघन प्रचार अभियान और कई सभाएं भी उनके ...
Read More »यह नियति है कि प्रतिभा पर, या प्रतिभा से अर्जित उपलब्धि पर, पहले शंका ही जताई जाती है -आलोक श्रीवास्तव
जो झुँड में नहीं चलते. जिनका कोई गॉड फ़ादर नहीं होता. उनका अपना स्वाभिमान होता है. लेकिन यह भी सच है कि उनकी प्रतिभा और उपलब्धियाँ, हमेशा शंकाओं के घेरे में रहती हैं ! क्योंकि उनके पास 'हितैषी-प्रचारक' नहीं होते. ऐसे लोग ईर्ष्यालु प्रतिद्वंद्वी अवश्य पैदा कर लेते हैं ! यह नियति है कि प्रतिभा पर, या प्रतिभा से अर्जित ...
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