Home » चौपाल

चौपाल

अन्याय सहना, अपमान सहना कायस्थ समाज की नियति बन गया है ? – आशु भटनागर

दिल दुखी है , मायूस है कायस्थ नेताओं के वयवहार से उनके नकारेपन से , हमीरपुर की घटना पर उनकी चुप्पी से , अन्याय सहना ,अपमान सहना कायस्थ समाज की नियति बन गयी है ? आपको आज मेरी बातें कड़वी और बुरी लग सकती है मगर आज ये आवाज़ नहीं दिल से बद्दुआ ज्यदा है - आशु भटनागर २८ जुलाई ...

Read More »

कायस्थों को सन्देश -”पथ प्रशस्‍त नहीं कर सकते तो कॉटे तो मत बिछाओ”

आज जब हमारे कायस्‍थ समाज के कुछ पूर्वाग्रही बंधु यह कहते हैं कि कायस्‍थ नौकरी के सिवा कुछ नहीं कर सकता तो मुझे बडा आश्‍चर्य होता है कि समाज के सबसे सक्रिय जाति को हमारे ही लोगों ने एक सीमित दायरे में कैद कर दिया और आज भी मजबूर कर रहे हैं कि उसी दायरे में रहो। मैं समाज के ...

Read More »

जब कभी भ्रष्टाचार के मामले आते है तो उसमे “कायस्थ” ही फसा दिखाई पडता है – धीरेन्द्र श्रीवास्तव

मै भ्रष्टाचार के पक्छ मे नही हूँ.शायद कोई भी नही होगा.परन्तु जब कभी ऐसे मामले प्रकाश मे आते है तो उसमे कायस्थ का ही हाथ दिखाई पडता है ,मानो कि कायस्थ से बडा भ्रष्टाचारी कोई नही.जबकि अपने हृदय पर हाथ रखकर सोचिये तो अपने आस पास भ्रष्टाचार करने वाले बहुतायत मे मिलेंगे और इनमे "कायस्थ" शायद ही मिले. गौर करने ...

Read More »

सौरभ जी का यूँ रुखसत होना सभी को रुला दिया ,,,आपको हम भुला न पाएंगे ! – अलोक श्री

बस्ती के ओरीजोर निवासी सौरभ श्रीवास्तव ब्रुक एनिमल फॉर इंडिया संस्था की बिजनौर के साकेत कालोनी स्थित ऑफिस में मैनेजर थे। वह बिजनौर में परिवार के साथ रहते थे। दो दिन पहले सौरभ (38) अपनी पत्नी रजनी (35) बेटे आर्यन (10), पिता रामप्रताप (70), यादव व मां हेमलता (68) के साथ मथुरा-वृंदावन गए थे। रविवार रात पूरा परिवार कार से ...

Read More »

मेरी माँ पक्की कायस्थ थीं – आलोक श्रीवास्तव

मेरी माँ पक्की कायस्थ थीं. भोपाल की गंगा-जमनी तहज़ीब में पली-बढी. उर्दू अदब, भाषा और लिपि से पूरी तरह वाक़िफ़. बहुत क़ाबिल. मेरा कवि होना उन्हीं का सपना था. इस अधपके कवि-मन को हौसला देना वो किसी फ़र्ज़ की तरह निभातीं. बाबूजी ठेठ कायस्थ थे. नौकरी-चाकरी वाले लाला. अक्सर नाराज़ हुआ करते. कहते- "पढ़-लिख जाओ, चार पैसे कमाओ, तब शायरी-वायरी ...

Read More »

कायस्थ समाज से एक युवा की अपील – नुपुर सक्सेना

नुपुर सक्सेना । पिछले कुछ दशकों से कायस्थ समाज के विकास, उत्थान हेतु शुरू किये गए विभिन्न संगठनों आदि के प्रयासों से, आज की तारीख में हम युवाओं में भी समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व निभाने ,एकजुटता बढाने की भावना ने जन्म लिया है. परन्तु कुछ समय से हम यह देखकर अत्यंत निराश हैं कि हमारे अनुभवी मार्गदर्शक, गुरुतुल्य सामाजिक ...

Read More »

कायस्थ समागम की सफलता का कायस्थ समाज पर प्रभाव और विवाद

आशु भटनागर I तमाम विरोधो और समर्थन के बीच पटना में कायस्थों का बहुप्रतीक्षित "कायस्थ समागम २०१५ " सफलता पूर्वक संपन्न हो गया , जिसने ना केवल कायस्थों की बल्कि पटना के सत्ता संघर्ष मैं  सभी राजनातिक दलों की सारी स्थिति को एक बार फिर से बिखेर दिया है इस कार्यक्रम के लिए लोग राज्यसभा सांसद श्री आर के सिन्हा ...

Read More »

कायस्थ-समागम 2015 पर कुछ सुझाव – राकेश श्रीवास्तव

श्री सिन्हा जी को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए साधुवाद माननीय सिन्हा जी, कल २८ जून को पटना में होने वाले आप के सभा समागम में भाग लेने के लिए देश भर से जिस प्रकार से चित्रांशियों का आगमन हो रहा है, वह यह बताने के लिए पर्याप्त है कि देश भर का कायस्थ आप को कितना सम्मान की निगाह ...

Read More »

“कायस्थ समागम ” कायस्थ समाज आखिर क्यों संघेर्ष कर रहा है ? – आशु भटनागर

आज एक ग्रुप (जय चित्रांश आन्दोलन) मैं जोड़े जाने और उनके बताने पर की वो ३००० हो गये है मैं सोचने पर मजबूर हुआ की सोशल मीडिया के इस दौर मैं जब बाकी समाज अपनी सामजिक स्थिति को इतना प्रभावशाली बनाए हुए है तो कायस्थ समाज आखिर क्यों संघेर्ष कर रहा है ? मित्रो कोई भी समाज तरक्की तभी करता ...

Read More »

अनसुलझे सवाल – संजीव सिन्हा

सम्मानीय अरविंद जी, ये सवाल धीरेन्द्र जी नही, मै संजीव सिन्हा सदस्य संचालन मंडल, कायस्थ वृंद एवं जय चित्रांश आंदोलन द्वारा डाली गई है। मै एक आम कायस्थ हूँ। और 5 साल का कौन सा हिसाब लालू यादव की भाषा मे मांग रहे है। पहले आम कायस्थ के सवाल का जवाब दें। ""अत्यंत शर्म की बात है अरविंद जी कि ...

Read More »