बुजुर्ग एवं अवकाश प्राप्त कायस्थ बन रहे है नजीर शेष कायस्थ समाज के लिये।
किसी गरीब कायस्थ लडकी की शादी हो या फिर किसी कायस्थ की मृत्यु। कोई कायस्थ अस्पताल मे एडमिट हो या फिर अन्य कोई आवश्यकता।
जनसंख्या मे सर्वाधिक एवं विकास मे शहरी,उत्तर प्रदेश के ग्राम झूंसी जहां एशिया केसबसे बडे ट्रस्ट कहे जाने वाले कायस्थ पाठशाला न्यास (के०पी०ट्रष्ट) के लगभग 1400 न्यासी कायस्थ,आम न्यासी कायस्थ द्वारा संचालित पंजीकृत सामाजिक संस्था "कमला प्रसाद सोसायटी आफ इण्डस्ट्रियस फैमिलीज" के प्रधान कार्यालय,अध्यक्ष,महासचिव एवं कोषाध्यक्ष सहित अनेक सदस्यो के आवास सहित 8000 से ज्यादा कायस्थ निवास करते है ,वहां एक बुजुर्ग चेहरा सक्रिय दिखता है जिन्हे हम "कायस्थ सन्त"कह सकते है और जिनको आदरणीय एन ०के०श्रीवास्तव के नाम से जाना जाता है।
मत्स्य विभाग से रिटायर्ड एन० के०दादा के हर कदम पर उनका जोरदारी से साथ देते है खुफिया विभाग के अवकाशप्राप्त वरिष्ठ अधिकारी "कायस्थ योद्धा " आदरणीय श्री सुरेन्द्र श्रीवास्तव जी।
बगैर सार्वजनिक चन्दे की उगाही किये चुनिन्दा लोगो एवं स्वयं के योगदान से प्राय: दिन मे दहेज रहित विवाहो का आयोजन कर कायस्थसमाज के सक्रिय व्यक्तियो एवं संस्थाओ आदि के लिये आदर्श उदाहरण इन श्रद्धेय बुजुर्गो द्वारा 3 जून 2015 दिन बुद्धवार को पूर्वाह्न 11 बजे के०पी०इन्टर कालेज,इलाहाबाद के परिसर मे स्थित भगवान श्री चित्रगुप्त के मन्दिर मे इलाहाबाद के ही जागरूक कायस्थ समाज के युवक एवं युवती को प्रेरित कर उनके दहेजरहित एवं आडम्बरविहीन विवाह का आयोजन किया गया है।
हम सहजता से जानते है कि कोई भी सार्वजनिक आयोजन विशेष तौर पर कायस्थ हेतु करने की क्या दुश्वारिया होती है एवम ऐसे आयोजन होने के पहले न केवल असहयोग अपितु होने के बाद गम्भीर आलोचना का विषय उन कथित कायस्थ मठाधीशो के मध्य बनते है जिनके लिये "कायस्थ" केवल "उपयोग करो एवं फेंक दो"एवं गुटीय पक्षधरता का विषय होते है , पर ये आदरणीय बुजुर्ग किसी की परवाह किये ऎवम नाम प्रसिद्ध होने की आकांछा बगैर कायस्थ हित मे अपने कदमों को आगे की ओर लेते ही जा रहे है।
हम हृदय से प्रणाम करते है उनके जज्बे और हिम्मत को और अनुकरण करने का अनुरोध कायस्थ समाज विशेषतया युवाओं से करते है।
हम भगवान श्री चित्रगुप्त से दहेजरहित एवं आडन्बरविहीन विवाह करने जा रहे हिम्मती युवा साथी सौभाग्यकांक्छिणी काजल श्रीवास्तव एवं
चिरंजीवी अंजनी श्रीवास्तव के उज्जवल भविष्य के लिये प्रार्थना करते है एवं भावी दम्पत्ति को अपनी शुभाशीष प्रदान करते है।
यही "कायस्थ खबर",
"जय चित्रांश आन्दोलन" है एवं "कायस्थवृन्द" का लक्ष्य. है।
॥साधुवाद॥आपका अपना ही
धीरेन्द्र श्रीवास्तव
मुख्य समन्वयक
"कायस्थवृन्द " एवं
"जय चित्रांश आन्दोलन"