राजनीति के लिए पारिवारिक रिश्ते नहीं छोड़े जा सकते : शत्रुघ्न सिन्हा
बीजेपी के शाटगन कहे जाने वाले दबंग नेता श्री शत्रुघ्न सिन्हा ने पत्रकारों से ही सवाल करते हुए पूछा की आखिर क्यूँ उन्हें लालू या नितीश कुमार द्वारा आयोजित समारोह में नहीं आना चाहए I कायस्थों के हित से उपर कोई राजनीती नहीं I पटना के मिलर हाईस्कुल में आयोजत प्रगतिशील बुद्धिजीवी महासम्मलेन में उन्होंने पत्रकारों से अपने दिल की बात करते हुए कही I उन्होंने ये भी कहा की मुख्य मंत्री नितीश कुमार और लालू प्रसाद यादव से उनके अच्छे सम्बन्ध है उसको राजनीती से नहीं जोड़ा जाना चाह्यी I बिहारी बाबू के नाम से प्रसिद श्री सिन्हा ने इस मौके पर भी भाजपा और प्रधानमन्त्री मोदी पर निशाने पर लेते हुए बताया की राजनीति मैं उनको स्वर्गीय कैलाशपति मिश्र और सुबोधकांत सहाय को राजनीती मैं अपना हितैषी बताया Iगौरतलब है की रविवार को लालू प्रसाद यादव की पार्टी के के श्री विनोद कुमार श्रीवास्तव के संयोजन मे पटना मे "प्रगतिशील बुद्धिजीवी सम्मलेन " आयोजित किया गया था , जिसमे श्री सुबोधकांट सहाय , संजय निरुपम , और शत्रुघ्न सिन्हा, राजू श्रीवास्तव के अलावा स्वयं लालू प्रसाद यादव भी शामिल हुए थे Iइस अवसर पर लालू प्रसाद यादव ने बोलते हुए कहा की अगर उनका बस चलेगा वो कायस्थ समाज को भी दलित आरक्षण दिलाने का प्रयास करेंगे I हालांकि सम्मलेन के बाद कायस्थ समाज ने उनकी बात पर जबरदस्त प्रतिक्रिया भी दी उनकी इस बात के लिए आलोचनाये आरम्भ हो गयी है