इलाहाबाद मे कायस्थ समाज की गोष्ठी का भव्य आयोजन : राज्य सभा सांसद पवन वर्मा ने कायस्थों को एक जुट होने का आह्वहान
इलाहाबाद मे कायस्थ समाज की गोष्ठी का भव्य आयोजन नरायण वाटिका इलाहाबाद कायस्थ पाठशाला के टी पी सिंह वरिष्ठ अधिवक्ता के तत्वाधान मे हुआ I जिसमे जद यू से राज्य सभा सांसद पवन कुमार वर्मा मुख्य अथिति थे I कार्यक्रम का प्रारम्भ श्री महाराज चित्रगुप्त की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करके किया गया I जिसके बाद विशिष्ट अथितियो को मंच पर आमंत्रित किया गया
मुख्य अथिति पवन कुमार वर्मा ने कायस्थ समाज मे आरक्षण को लेकर उठी आवाजों पर समझाया की आरक्षण आपके कहने से नहीं मिल सकता है I कायस्थों की आज बड़ी समस्या आरक्षण नहीं है बल्कि उनका एक ना होना है I राजनातिक तोर पर अपनी पहचान खो चुके समाज मे जब तक संगठित हो कर एक पहचान नहीं आयेगी तब तक कोई सुनवाई संभव नहीं I उन्होंने कायस्थ समाज कार्यक्रम से अपनी वास्तविक स्थिति को जान्ने और उसको मुख्य नेताओं तक पहुंचाने को भी कहा और बताया की तभी कायस्थ समाज राजनातिक तोर पर अपने नेता बना पायेगा I उन्होंने समझाते हुआ कहा की आज कम संख्या वाली जातियां भी अपने जिताऊ उम्मीदवार खड़े कर देती है तो सिर्फ इसलिए क्योंकि वो किसी भी उम्मीदवार को जिताने या हारने का हौसला रखती है
कार्यक्रम मे आयी अभूतपूर्व लोगो की उपस्थति से खुश पवन कुमार वर्मा ने कार्यक्रम के प्रारूप की तारीफ़ करते हुए कार्यक्रम संयोजक और मंच संचालक धीरेन्द्र श्रीवास्तव को साधुवाद दिया की कई सालो बाद उन्होंने ऐसा कोई कार्यक्रम देखा है जिसमे विशुद्ध रूप से वैचारिक चर्चा हो रही है I और इतनी भारी भीड़ को रोकने के लिए किसी भी प्रकार के नाच गाने या अवार्ड आदि का प्रपंच नहीं रखा गया है I
उन्होंने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा प्रथम रास्ट्रपति डा राजेन्द्र प्रसाद के जनम दिवस को संविधान निर्माता दिवस का स्वागत किया और कहा की हालाँकि वो पार्टी लाइन से बंधे है फिर भी वो ऐसी किसी भी पहल के साथ है I इस अवसर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के डा अरविन्द श्रीवास्तव ने उपस्थित सभी चित्रान्शो से आह्वाहन किया की वो आने वाले 3 दिसम्बर को संविधान निर्माता डा राजेन्द्र प्रसाद दिवस जोर शोर से मनाये I और उसके लिए प्रधानमन्त्री /रास्ट्रपति को पोस्टकार्ड , ईमेल या सोशल मीडिया से अपना सन्देश ज़रूर पहुंचाए I जिससे सरकार डा राजेन्द्र प्रसाद को उनका यथोचित सम्मान दे सके I
कार्यक्रम का समापन दीपक श्रीवास्तव के धन्यवाद भाषण के साथ हुआ
I strongly condemn the demand of reservation on caste basis instead we must protest against
this policy of government.