आर के सिन्हा को अभाकाम चुनावों में इग्नोर किये जाने पर समाज की तीखी प्रतिक्रिया
कायस्थ समाज के लोकप्रिय नेता आर के सिन्हा का वोट ही काटने की खबर का कायस्थ समाज में तीव्र प्रतिक्रिया हुई है I लोगो ने इस पर कायस्थ खबर को फ़ोन करके अपनी प्रतिक्रियाये दी और कहा की इस तरह के प्रयासों से कायस्थ समाज कमज़ोर ही होगा I आर के सिन्हा आज दौर में निर्विवाद तोर पर स्वीकार्य नेता है और उनके साथ ऐसा होना दुखद है I कायस्थ खबर को अभाकाम के संविधान के बारे में ये भी जानकारी मिली है की कायस्थ समाज के सभी सांसदों और विधायको को ऐसे चुनावों में वोट देने का अधिकार है लेकिन संविधान को इग्नोर करके आखिर आर के सिन्हा समेत सभी सांसदों और विधयाको को क्यूँ निमंत्र्ण नहीं दिया गया है ये सोचने की बात है
सवाल संविधान को बदलने जैसी बातों पर उठ रहे है I आखिर किस आधार पर इस क्लाज को बदला गया है I क्या सिर्फ ये सिर्फ अखिल भारतीय कायस्थ महासभा पर अपना एकाधिकार बनाए रखने की कोशिश मात्र है
एन सी आर राजनैतिक विंग अभाकाम में सचिव मनोज श्रीवास्तव इस पर रोष प्रकट करते हुए कहते है की ये एक साजिश भी हो सकती है कायस्थ समाज को बाटने की और हमें ऐसी सभी बातों का विरोध करना चाह्यी I
इलाहबाद से कायस्थ वृन्द के मुख्य समन्वयक धीरेन्द्र श्रीवास्तव इस पर कहते है की जब कायस्थ समाज के इतने समर्पित नेता के साथ अभाकाम में ये हो रहा है तो इसे एकाधिकार बनाए रखने की साजिश ही कहा जा सकता है I ऐसे में आम कायस्थ को अपने समर्पित नेता के लिए संघेर्ष करना जरुरी है और हम अगर जरुरत पड़ी तो सडको पर उतरेंगे भी
श्री चित्रगुप्त सभा ट्रस्ट नॉएडा के अध्यक्ष राजन श्रीवास्तव ने इस खबर पर हैरानी जताते हुए है ऐसी साजिशो से ही कायस्थ समाज कमज़ोर होता है I आर के सिन्हा जी साथ ऐसा होना दुखद है