पिछले कई दिनों से एक बड़ी बहस उठी की व्यवसायिक न्यूज़ पोर्टल यानी कायस्थ खबर ने कुछ इमानदार और समाज सेवी न्यूज़ पोर्टल से TRP में बाज़ी मार ली है I स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में इसको बढावा दिया जाता है और बाकी लोग भी आगे बढ़ने के लिए अपनी प्राडक्ट की गुणवत्ता सुधारते है
पर खैर यहाँ खेल में पीछे रहने वालो को रोने की भी आदत है तो उन्होंने कायस्थ खबर के प्रोफेशनल और व्यवसायिक होने को ही दोष बना दिया गोया ये सब सिर्फ समाज की सेवा करने के लिए अपने घर से पैसा लगा रहे है I
कायस्थ खबर ने शुरू से कहा है की कायस्थ खबर को इसकी पेरेंट कंपनी ने थोड़े से पूंजी के साथ शुरू किया I और अब इसको आगे लगातार चलते रहने ले लिए पैसे दो ही तरीके से आ सकते है या तो कायस्थ खबर को इसकी पेरेंट कम्पनी हर साल अपने CSR यानी कॉपोरेट सोशल रिस्प्न्सिबिलिटी के तहत एक तय रकम दे कर चलाये , या फिर चंदे और डोनेशन के नाम पर पैसे ले लेकिन कायस्थ खबर ने इससे आगे जाते हुए खुद को एक स्वचालित इकाई में परिवर्तित करने का निर्णय लिया और तय किया की वो कभी भी चंदे की आड़ में काले धन को सफ़ेद करने का खेल नहीं खेलेंगे हमारे पास बहुत लोगो के सुझाव आये की आप हमसे १०० रूपए महीने लेना शुरू करो लेकिन हमने कहा कायस्थ खबर कभी भी NGO के गोरखधंधे में नहीं उतरेगा I वो विज्ञापन से पैसे कमाएगा और उसी से हुई आय से पोर्टल का परिचालन करेगा ताकि कायस्थ खबर की आवाज़ चंदे देने वाले के अहसान के नीचे ना दब जाये
लेकिन चंदे के बलबूते और संस्थाओं के रास्ट्रीय प्रवक्ता/संरक्षक/प्रभारी बने कुछ न्यूज़ पोर्टल के मालिक जो सिर्फ अपने संस्थाओं के प्रचार के लिए बने थे कायस्थ खबर की लोकप्रियता और सफलता को बर्दास्त नहीं कर पा रहे है I बार बार TRP और पैसे कमाने के आरोप लगाने वाले इन लोगो की सच्चाई ये है की ये खुद पैसे कमाने के ऐसे ही खेल में लगे है लेकिन परदे के पीछे से क्योंकि कायस्थ खबर की तरह स्पस्ट कहने की इनकी हिम्मत नहीं
कायस्थ खबर का बड़ा सवाल ऐसे सभी न्यूज़ पोर्टल के संचालको से-
- अगर आप न्यूज़ पोर्टल /न्यूज़ पेपर या पत्रिका के लिए विज्ञापन नहीं मांगते तो आपके इन सब कामो के परिचालन के लिए पैसे कहाँ से आ रहे है ?
- अगर आप दान और सहयोग से ये पत्रकारिता जिसे आप लोग मिशन का नाम देते है तो क्या आपका समूह ट्रस्ट के तोर पर पंजीकृत है ? अगर आप ट्रस्ट है तो क्या ये पारिवारिक ट्रस्ट है ?
- और अगर ये ट्रस्ट है तो आज तक आपको किन किन समूह से बड़े दान मिले है क्या उसके खाते सार्वजनिक कर सकते है ?
- अगर आप सिर्फ मीडिया में ही है तो आपके फिर आय के साधन इन पोर्टल्स के अलावा क्या है जो आप इन्हें बिना विज्ञापन के चला रहे ?
ये सब सवालों के जबाब इसलिए भी आपको देने होंगे क्योंकि व्यवसायिक और पोर्टल से कमाने के आरोप जो आपने कायस्थ खबर पर लगाए है कायस्थ खबर उन्हें पुरी इमानदारी से हमेशा स्वीकारता रहा है और डंके की चोट पर कहता है की मिशन पत्रकारिता , ईमानदार समाजसेवी न्यूज़ पोर्टल्स के दौर में हम व्यवसायिक और भ्रष्ट न्यूज़ पोर्टल हैं
लेकिन आपको भी समाज को ये बताना होगा की
- आप कहाँ से पैसा ला रहे है ?
- पुरे देश में घुमने के लिए आपको कौन स्पोंसर कर रहा है और उसको ये सब करने के लिए उनके निहित स्वार्थ क्या है ?
- जो आपको पैसा दे रहे है उनको आप किस तरह से आब्लाईज कर रहे है ?
और अंत में हम आपके आभारी भी है क्योंकि आपके बार बार बताने से कायस्थ खबर की TRP में ३०% का उछाल आया है और हमें मिलने वाले विज्ञापनों में १% की बढोतरी हुई है और हम अपने समाज के सभी लोगो को आश्वस्त करना चाहंगे की कायस्थ खबर में विज्ञापन देने का मतलब ही आपके व्यापार को कायस्थों के माध्यम से १००% बढाने का हम आपको गारंटी देते है I आपको व्यापार का प्रचार चाह्यी तो उसे मुफ्त में क्यूँ खोज रहे है I व्यापार में विज्ञापन देने ही होते है और अगर आप समाज के जुड़े संस्थाओं में विज्ञापन देते है तो आपकी व्यापार से भी ज्यदा लोग जुड़ते है
आशु भटनागर
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