बढता जा रहा है “जय चित्रांश आन्दोलन” का वैचारिक प्रभाव-धीरेन्द्र श्रीवास्तव
बढता जा रहा है "जय चित्रांश आन्दोलन" का वैचारिक प्रभाव। आम कायस्थों की ओर ध्यान आकृष्ट कर रहे है महत्वपूर्ण संस्थायें व गणमान्य।
पहले श्रीमती नीरज श्रीवास्तव जी को देश की महत्वपूर्ण सामाजिक संस्था "अखिल भारतीय कायस्थ महासभा" फिर श्रीमती रमन सिन्हा जी को प्रमुख राजनीतिक दल "राष्ट्रव्यापी जनता पार्टी "द्वारा महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व दिया जाना "कायस्थ एकता व विकास"की अवधारणा को आगे बढाता नजर आता है।
इसी क्रम मे कार्यस्थ सेना द्वारा उत्तराखण्ड से डॉ ज्योति श्रीवास्तवा एवं उत्तर प्रदेश से श्रीमती कविता सक्सेना जी को उत्तरदायित्वों से नवाजना कायस्थ पृष्ठभूमि हेतु सकारात्मक परिवर्तन का संकेत प्रदान करता है।
अंधकार में किये सतत, सकारात्मक व सार्थक प्रयासों का प्रकाशवान परिणाम आशा की किरण जगाता है। श्रीमती नीरज श्रीवास्तव जी,श्रीमती रमन सिन्हा जी, डा०ज्योति श्रीवास्तवा जी एवं श्रीमती कविता सक्सेना जी को हम हार्दिक बधाई देते हुये श्री विश्व मोहन कुलश्रे़ष्ठ जी,श्री मनोज कृष्ण श्रीवास्तव जी एवं श्री सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ जी के प्रति आभार व्यक्त करते है कि उन्होने "कायस्थवृन्द" की महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को नया आयाम देने का प्रयास किया।
"कायस्थ समाज" को अवगत होना चाहिये कि सक्रिय महिला नेत्रियों ने "कायस्थ महिला सशक्तिकरण व प्रभावी महिला भूमिका हेतु कार्य पे निरन्तरता बनाये रखी है।
आशा की जानी चाहिये कि अपेक्षाओं व क्रियान्वयन के तादात्म्य से बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे।
आपका अपना
धीरेन्द्र श्रीवास्तव