कायस्थ वृंद की गुटबाजी को उजागर करने पर कायस्थ खबर को ग्रुपों से हटाया
कायस्थ वृंद की आपसी गुटबाजी को समाज के सामने लाने पर कायस्थ वृंद की पूरी टीम की बौखलाहट सामने आ गयी है I फलस्वरूप उन्होंने कायस्थ खबर को अपने ग्रुपों से हटना शुरू कर दिया है I गौरतलब है की दो दिन से कायस्थ वृंद में आपसी खीचतान काफी मुखर हो गयी थी जिसमे संजीव सिन्हा के पक्ष में त्रिपुरारी बक्षी ने इस्तीफ़ा दे दिया I जिसको कायस्थ खबर ने प्रकाशित किया I
बक्षी के इस्तीफे के बाद गिरिडीह के ही पत्रकार और रंगकर्मी राजेश अभागा ने भी उनके जाने को अपना कारण बता कर कायस्थ वृंद छोड़ने की घोषणा कर दी I लेकिन गुटबाजी में लगे लोगो की खबरे जब कायस्थ खबर ने छाप दी तो ये लोग तिलमिला गये
इसके बाद एक नाटकीय घटनाक्रम में कायस्थ वृंद के संयोजक संजीव सिन्हा की धर्मपत्नी रमण सिन्हा को भी पद से हटाया गया I जिसकी जानकारी जब कायस्थ खबर को मिली तो कायस्थ खबर ने इसे भी प्रकाशित किया I बस इसी का छापना था की इसके बाद कायस्थ वृंद की और से अल्पना श्रीवास्तव , डा ज्योति श्रीवास्तव , कविता सक्सेना , संजीव सिन्हा और धीरेन्द्र श्रीवास्तव कायस्थ खबर को नसीहते देने लगे की कायस्थ खबर उनकी गुटबाजी को ना प्रकाशित करे
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कायस्थ खबर ने इस बारे में उन सभी को स्पष्ट कहा है की अगर आप अपने आंतरिक गुटबाजी समाज के सामने लाओगे तो मीडिया तो उसे बताइएगा ही इस पर धीएन्द्र श्रीवास्तव ने कायस्थ खबर को उनके ग्रुपों से हटा दिया I
लेकिन कायस्थ खबर ऐसे ग्रुपों से हटाये जाने पर सच को बताना बंद नहीं करेगा I कायस्थ खबर कायस्थ वृंद के पीछे के परिवारवाद की कहानी का सच सबके सामने लाएगा I जल्द ही चित्रगुप्त वेल्फयेर ट्रस्ट के पीछे का खेल भी समाज को पता लगेगा
अभी शुरुवात ही हुई थी की अंत होने लगा इस छोटे छोटे ग्रुपिंग की वजह से ही कायस्थ समाज एक नहीं हो पा रहा है नवयुवक किसे अपना प्रेरणास्रोत बनाएं सभी तो सत्ता लोभी हैं।