खबर छापने पर संस्कार सिखाने उतरा संजीव सिन्हा/बक्षी कैम्प
कायस्थ खबर ने कल कायस्थ वृंद के आंतरिक विवादों को लेकर जैसे संजीव सिन्हा के समर्थन में गिरीडीह के त्रिपुरारी बक्शी और राजेश अभागा के इस्तीफे की खबरे प्रकाशित की I उनके पुरे कैम्प के लोग कायस्थ खबर को संस्कार सिखाने की मुहीम पर शुरू हो गए है I सबसे पहले इनके समर्थन में गिरीडीह के सुनील कुमार जी अपनी एक सवाल के साथ आये की कायस्थ समाज में दुश्मन के साथ भी सामान के साथ बोला जाता है
कायस्थ खबर के पूछने पर की हमसे कहाँ अपमान हुआ उन्होंने न्यूज़ में बक्षी जी की जगह बक्षी लिखने का मामला बताया I इस कायस्थ खबर ने उन्हें बताया की न्यूज़ लिखते समय कभी श्री या जी नहीं लगाते है I इसलिए नहीं लगाया गया और इसमें असम्मान जैसी कोई बात नहीं है
इसके बाद वो संतुष्ट हो कर शांत बैठे लेकिन अब वही चीज इन्ही के कैम्प के संजय कुमार जी फेसबुक पर लिखे I जिसका मतलब साफ़ है कायस्थ खबर के सच को लिखने से तिलमिलाए ये लोग अब इसे संस्कार के बहाने लोगो की निगाहों से हटाना चाहते है I इसके बारे में कायस्थ खबर ने जब संजीव सिन्हा से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने मुझे जानकारी नहीं कह कर अपने हाथ खड़े किये और कहा की लोग तो करेंगे ही अगर उनका अपमान होगा तो
लाबिंग के इस खेल के पीछे का सच कायस्थ खबर जल्द ही कायस्थ समाज के सामने लाएगा की कैसे कायस्थ समाज के नाम पर परिवारवाद का खेल खेला गया और अब उसी के वर्चस्व की लड़ाई में ये लोग समाज का नुक्सान करने में लगे है