संजीव सिन्हा द्वारा दिए ज़बाब पर डा अरविन्द का जबाब
संजीव सिन्हा द्वारा दिए ज़बाब पर डा अरविन्द ने अपनी बात राखी है
संजीव भाई
शायद आप भूल रहे है कि मैंने आपसे भी अल्लाहाबाद बैठक में कहा था कि आप किसी सामाजिक संगठन से अभी नही जुड़े है आपको मै abkm से कही ज़िला प्रदेश कही जुड़वा दू जब श्रीमति नीरज जी abkm की लखनऊ बैठक में बुलाया था उसमे मायने आपको भी बुलाया था आप दारुलशफा कार्यालय आये भी थे लेकिन आधे घंटे बाद आपको ऑफिस के काम से कही जाना था और आप चले गए थे।
कायस्थ वृन्द में किसी न किसी कायस्थ संगठन के पदाधिकारियो का समावेश होना इस लिए इसके सक्रीय जनों को किसी न किसी संगठन का सदस्य या पदाधिकारी होना अनिवार्य है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा से विगत 20वर्षो से जुड़ा हूँ इसलिये यदि कही कायस्थ संगठन की बात आती है तो मै abkm को वरीयता देता हूँ। शायद अब आप abkm के गुटों की बात करोगे तो आपको बताना चाहूँगा जो विधि द्वारा मान्य संगठन रहा मै सदा उसके साथ रहा व्यक्ति विशेष् से मेरा कोई लेना देना नही है।
वैसे आप से विनम्ब्र अनुरोध है कि अपने मन से कुंठा निकल कर सहृदय सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने का प्रयास कीजिये।
आरोप प्रत्यारोप का न कभी अंत हुआ है न कभी होगा, आपसी सौहार्द-भाईचारे से बड़ा कोई संगठन नही है दुनिया में.....
डॉ अरविन्द श्रीवास्तव
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