
बड़ा सवाल : लाल बहादुर शास्त्री की पुत्रवधू नीरा शास्त्री को यूपी से राज्य सभा भेजने में क्या परेशानी है ?
राज्य सभा के चुनाव आज पूर्ण हो गए है I यूपी में बीजेपी के कोटे से जाने वाले नेताओं में किसी भी कायस्थ राजनेता का नाम नहीं है I बरसो पहले पूर्व प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री की पुत्रबधू नेरा शास्त्री को बीजेपी में शामिल किया गया था I उद्देश्य था की लाल बहादुर शास्त्री जी जैसे परिवार के लोग भी बीजेपी से जुड़े I ताकि शास्त्री जी पर काग्रेस का एकाधिकार ख़तम होआडवाणी के निवेदन पर नीरा शास्त्री राजनीती में भी आई और बीजेपी में भी I बीजेपी में नीरा शास्त्री के आने से बीजेपी को फायदा भी हुआ लेकिन सवाल ये है की बीजेपी ने नीरा शास्त्री या शास्त्री परिवार को उसके बदले में क्या दिया ?नीरा शास्त्री बीजेपी के प्रथम पंक्ति नेताओं के साथ सभाओं में जाती रही उनको अटल सरकार में राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग का चयेरपर्सन बनाया गया लेकिन उसके बाद १० सालो में नीरा शास्त्री कहाँ खो गयी है Iक्या इस नए समीकरण में बीजेपी में मोदी और अमित शाह की टीम नीरा शास्त्री को इग्नोर कर रही है ?या फिर जब बीजेपी को लाल बहादुर शास्त्री जी के नाम के लिए कोई चेहरा चाहए होता है तो उसकी भरपाई के लिए नीरा शास्त्री को बीजेपी में रखा हुआ हैआखिर आखिर लाल बहादुर शास्त्री की पुत्रवधू को यूपी से राज्य सभा भेजने में क्या परेशानी है ? क्या यूपी में कायस्थ वोट बीजेपी को जीत नहीं दिलवाते है या कायस्थों के नेताओं को इग्नोर करना बीजेपी की आदत बन चुकी है ?जबाब के लिए कायस्थ समाज को एक होना होगा बीजेपी नेताओं से सवाल पूछने होंगे की आखिर क्यूँ हमारे नेताओं को हाशिये पर डाला जा रहा है