कायस्थ खबर की संगत पंगत वार्षिकोत्सव पर खबर से कायस्थों में गहरा रोष , राष्ट्रीय संयोजक को ही बना डाला निशाना – अनिल श्रीवास्तव
28 जून।भाजपा राज्यसभा सांसद कायस्थ शिरोमणि आर के सिन्हा की कायस्थो को एक करने व जरूरतमन्द कायस्थों को मदद देने सम्बन्धी सोंच संगत पंगत के वार्षिक समारोह पर एक तथाकथित पत्रकार द्वारा की गयी आपत्तिजनक टिप्पड़ी से कायस्थ समाज में गहरा रोष व्याप्त है।
मालूम हो कि कायस्थ समाज को एक मंच पर लाने, समाज के उत्थान, समाज के कमजोर तबके को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने, निर्धन कन्याओ के विवाह और समाज के ईष्टदेव महराज चित्रगुप्त भगवान के प्रसार जैसे ज्वलन्त मुद्दों पर समाज शिरोमणि श्री सिन्हा द्वारा काफी मनन के बाद चलाए जा रहे संगत पंगत कार्यक्रम को एक वर्ष पूरे होने पर देहरादून में चार दिवसीय वार्षिक समारोह का आयोजन विगत् 23 जून को सुनिश्चित किया गया था। उक्त कार्यक्रम में देश भर से तमाम अलग अलग कायस्थ समूहों से बुद्धिजीवियों ने अपनी सक्रिय आमद दर्ज करायी।इस चार दिवसीय सफल कार्यक्रम में अलग अलग सत्रों में अपने विचार रखे।कार्यक्रम संचालन से लेकर मंच संचालन की व्यवस्था काफी उम्दा थी।
ज़रूर पढ़े संगत पंगत वार्षिक समारोह :चार दिन चले अढ़ाई कोस - गुटबाजी और अव्यवस्थाओ ने रोका आर के सिन्हा का कायस्थ एकता का रथ
संगत पंगत के इस कार्यक्रम की शुरुआत भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा, अर्चना से हुई और समापन राष्ट्रीय संरक्षक श्री सिन्हा के ओजस्वी विचारों से हुआ। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण प्रतिभाशाली छात्रों का सम्मान व् निर्धन कन्याओ का विवाह सत्र रहा।
सूत्र बताते हैं कि इस चार दिवसीय संगत पंगत वार्षिक कार्यक्रम की आपार सफलता किसी तथाकथित पत्रकार को नही पची।बताया जाता है की व्यक्तिगत कलेस से ग्रसित उस कायस्थ पत्रकार ने किसी कायस्थ स्तम्भ में संगत पंगत के राष्ट्रीय संयोजक को ही निशाना बना डाला, यहां तक लिख डाला "चार दिन चले ढाई कोस"। समाज एक करने की मंशा से चलाये जा रहे इस कार्यक्रम में गुटबाजी और लाबी वाद के तथ्यहीन आरोप लगाये।
इन टिप्पड़ियों और आरोपो से क्षुब्ध कायस्थों में गहरा रोष व्याप्त है।
कार्यक्रम में देश भर से जुटे हजारों तादात में कायस्थो व विभिन्न संचार माध्यमों से लाइव कवरेज देख रहे कायस्थों ने उस तथाकथित पत्रकार की इस द्वेषपूर्ण कवरेज की निंदा की है।
अनिल श्रीवास्तव
अक्षरा कलेक्शन
लेखक के विचार अपने है , कायस्थ खबर उनके लिए ज़िम्मेदार नहीं है