व्हाट्सएप पर अश्लील तस्वीर डालने पर कायस्थ छात्रा ने दे दी जान, बरेली के कायस्थ नेता बने अनजान
अमर उजाला से मिली जानकारी के अनुसार व्हाट्सएप पर अपनी अश्लील तस्वीरें वायरल होने और ब्लैकमेलिंग से परेेशान एक 22 वर्षीय कायस्थ छात्रा ने शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लड़की के पिता ने बताया कि नौ जुलाई को पड़ोस के एक लड़के ने उसे नशीली आइसक्रीम खिलाने के बाद बेहोशी की हालत में उसके फोटो खींचे थे और उसके बाद से वह और उसके साथी उनकी बेटी को गलत राह पर चलने के लिए ब्लैकमेल कर रहे थे। लड़की ने उनकी बात नहीं मानी तो उसके फोटो व्हाट्सएप पर वायरल कर दिए। इस मामले में फोटो वायरल करने वाले छह लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, ये सभी अब फरार हैं।
इज्जतनगर के गांव में यह करतूत लड़की के एक पारिवारिक मित्र ने ही की। मुख्य आरोपी और लड़की का परिवार आपस में घुला मिला है। नौ जुलाई को शहर के दुर्गानगर में दोनों ही सपरिवार शामिल हुए थे। उस रात लड़की के परिवार वालों ने भरोसा करके उसे पड़ोस के लड़के के साथ घर भेज दिया। लड़की के पिता ने बताया कि पड़ोसी लड़के ने रास्ते में उसे आइसक्रीम खाने को दी जिसमें कोई नशीला पदार्थ था। घर आकर लड़के के भाई ने उसकी बेहोशी का फायदा उठा कर उसके कपड़े उतार कर कुछ तस्वीरें अपने मोबाइल से खींच लीं और उसके बाद उसे ब्लैकमेल करने लगा। मुख्य आरोपी कुलदीपक शर्मा उर्फ सोनू ने सबसे पहले ये तस्वीरें अपने रिश्तेदार बदायूं के प्रसिद्धपुर निवासी शेखर मिश्रा को भेजीं। शेखर ने यही तस्वीरें अपने मामा मुड़िया अहमद नगर के उमाकांत मिश्रा को भेजीं। उमाकांत ने अपने दोस्त मुड़िया अहमद नगर निवासी देवेश पटेल और उसने वहीं के कैलाश पटेल को भेज दीं। कैलाश पटेल मोबाइल की दुकान चलाता है। उसने फोटो व्हाट्सएप पर वायरल कर दिए, जिससे मामला पूरे गांव में फैल गया।
लड़की के पिता के मुताबिक उन्हें इसकी जानकारी बृहस्पतिवार को हुई। उनके पूछने पर बेटी ने सारी घटना बताई। छात्रा ने आरोपियों की मिन्नतें भी की थीं, लेकिन वे नहीं माने। इससे वह बेहद मानसिक तनाव में थी। मानसिक तनाव की वजह से रात भर वह सो नहीं सकी। शुक्रवार सुबह घर में सभी लोग मौजूद थे। तभी वह चुपचाप ऊपर वाले कमरे में गई और दुपट्टे से रोशनदान के जाल पर लटककर फांसी लगा ली। परिवारीजनों को इसकी जानकारी तब हुई जब छोटा भाई ऊपर गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्रा ने बरेली के एक कॉलेज से इसी वर्ष बीए किया था और एमए में एडमिशन के लिए फार्म भरा था। लड़की के पिता की ओर से आरोपी कुलदीपक उर्फ सोनू उसके भाई सुखदीपक उर्फ शिवम, शेखर मिश्रा, उमाकांत मिश्रा, देवेश पटेल और कैलाश पटेल के खिलाफ थाना इज्जतनगर में तहरीर दी गई है, जिस पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा 306 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं।
पापा! मुझे गलत मत समझना, लिखकर छोड़ गई दुनिया
मोबाइल से अश्लील फोटो खींचे जाने की जानकारी छात्रा को चार दिन पहले हुई थी, जिसके बाद से वह बेहद मानसिक तनाव में थी। उसे इसकी जानकारी एक आरोपी ने खुद फोन करके दी थी। छात्रा ने खुद को बदनामी से बचाने के लिए आरोपी कुलदीपक के पास जाकर मिन्नतें कीं। उसके हाथ-पैर जोड़े कि वह मोबाइल से फोटो डिलीट कर दे। कुलदीप ने भरोसा भी दिया था। उसी दिन से छात्रा बेहद मानसिक तनाव में थी। उधर, आरोपियों ने छात्रा के नग्न फोटो व्हाट्सएप पर वायरल कर दिए गए। बृहस्पतिवार को छात्रा के पिता घर लौटे तो उन्हें इसकी जानकारी गांव के कुछ लोगों ने दी। यही नहीं पिता और भाई समेत परिवार के कई सदस्यों के मोबाइल पर छात्रा के नग्न फोटो पहुंच गए थे। फोटो वायरल होने का पता लगने पर छात्रा ने घर में बातचीत करना बंद कर दिया था। बृहस्पतिवार रात पिता के पूछने पर छात्रा ने कहा कि पापा इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। आरोपियों ने धोखे से नशा दिया और उसके बेहोश होने पर फोटो खींच लिए होंगे। पिता का कहना है कि उन्होंने कुछ नहीं का। वह बेटी को समझाकर नार्मल करने की कोशिश में लगे थे। रात भर छात्रा ऊपर कमरे में अकेली लेटी रही। इसलिए पिता को अंदाजा नहीं था कि वह आत्महत्या कर लेगी।
पिता की शर्मिंदगी बर्दाश्त नहीं कर पाई छात्रा
पिता ने बताया कि वह शुक्रवार सुबह अपने घर से बाहर नहीं गए। नजदीकी लोगों के पूछने पर उन्होंने कहा कि पता नहीं बाहर जाने पर लोग किस नजर से देखेंगे। कौन, क्या पूछ बैठे? पिता की यह बातें छात्रा ने सुन ली थीं। तभी वह चुपचाप उठकर ऊपर कमरे में चली गई। पिता ने कुछ देर बाद छोेटे बेटे अनमोल के ऊपर भेजा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उसके बताने पर परिवार के लोग ऊपर गए और धक्का देकर दरवाजा खोला। मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
परिवार में होनहार थी छात्रा
फुफेरे भाई ने बताया कि छात्रा परिवार में खासी होनहार थी। साहू रामस्वरूप से बीए करने के बाद अंग्रेजी से एमए का फार्म भरा था। वह बीएड और एमएड करके शिक्षा के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहती थी। उसकी पढ़ाई के वजह से परिवार वालों ने आगे दो साल तक उसकी शादी न करने का फैसला कर लिया था। मगर अचानक हुई इस घटना ने पिता समेत पूरा परिवार को तोड़ दिया।
चारो आरोपी युवकों का प्रोफाइल
व्हाट्सएस पर नग्न फोटो डालने का मुख्य आरोपी कुलदीपक है। वह निजी इंस्टीट्यूट से बीटेक कर रहा है। कुलदीपक का रिश्ते में ममेरा भाई भी शामिल है। उसका छोटा भाई सुखदीपक इंटरमीडिएट का छात्र है। उस पर छात्रा को नशा देने का आरोप है। उनका रिश्ते का चाचा उमाकांत शर्मा ड्राइवर है, जो गांव में आवारा घूमता है। कुलदीप का ममेरा भाई दातागंज में रहता है। मुड़िया अहमद नगर का देवेश पेट्रोल पंप पर नौकरी करता है। जबकि कैलाश पटेल जनसेवा केंद्र के साथ मोबाइल और फोटो स्टेट आदि की दुकान चलाता है।
इज्जत की खातिर कब तक जान गंवाएंगी बेटियां
लड़की को परिवार की इज्जत मानने की सोच और इस इज्जत को हमेशा बनाए और बचाए रखने की सीख उस लड़की के अस्तित्व के लिए ही खतरनाक बन जाती है। इस इज्जत को बचाने की खातिर लड़कियां अपने जीवन को ही खत्म करने का कदम उठा रही हैं। जनवरी से अब तक ऐसी चार घटनाएं हो चुकी हैं, जहां लड़कियों ने अपने साथ हुए शारीरिक या मानसिक शोषण से आहत होकर आत्महत्या कर ली।
इज्जतनगर के गांव में शुक्रवार को इस कायस्थ छात्रा ने इसलिए फांसी लगा ली कि इसी नौ जुलाई को उसके पड़ोसी ने बेहोशी में उसकी तस्वीरें उतार कर वायरल कर दी। तस्वीर जब उसके पिता के मोबाइल तक पहुंच गई। तो परिवार की शर्मिंदगी से परेशान होकर उसने फांसी लगी ली। हालांकि परिवार उसका साथ दे रहा था लेकिन पूरे परिवार का गांव में निकलना मुश्किल हो गया था।