क्या अभाकाम पारिया गुट सिर्फ मदद के ढोल पीटता है , असलियत में वो कहीं नहीं होती , जानिये फैजाबाद में ५०००० जी मदद का सच क्या है ?
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पारिया गुट के कारनामे एक के बाद एक सामने आ रहे है , ताजा किस्सा है जनवरी के महीने फैजाबाद में दुर्घटना में हुए लड़के को ५०००० की मदद देने के एलान की I सूत्रों की माने तो जनवरी में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री विश्वविमोहन कुल्श्रेस्थ ने आनन् फानन में इस घोषणा को किया ताकि फौरी तोर पर समाज में इसका फायदा उठाया जा सके Iउसके बाद फैजाबाद में पारिया गुट ने वहां के रिटायर अधिकारी ब्रजेश श्रीवास्तव को जिलाध्यक्ष बनाया I लेकिन आज भी ना तो जिलाध्यक्ष और ना ही राष्ट्रीय महामंत्री विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ ये बात पाते है की उस लड़के को ५०००० रूपए की मदद के जो दावे किये गए थे वो कब पुरे हुए Iसूत्रों की माने तो राष्ट्रीय महामंत्री की उक्त घोषणा उस दिन आज के अभाकाम जिलाध्यक्ष द्वारा कायस्थ वृंद की एक बैठक उस दिन करवाने के प्रतिस्व्रूप कर दी गयी थी ताकि लोगो को भ्रमित किया जा सके , बाद में इन्ही को जिलाध्यक्ष बना दिया गयाआज भी ना तो अभाकाम पारिया गुट की जिला इकाई , प्रदेश इकाई और ना ही राष्ट्रीय कार्य कारणी के लोगो के पास इसका कोई हिसाब है I समाज के लोगो को फर्जी मदद के ये खेल किस तरह से ढोल पीट कर किया जाता है उसका भी ताज़ा उदाहरण हम दे दते हैसीतापुर के विश्वा गाँव में एक परिवार की मदद को देखिये किस तरह से फैजाबाद के जिला अध्यक्ष ब्रजेश श्रीवास्तव बता रहे है की कैसे उन्होंने ४ घंटे में करवा दिया जबकि एक ही आदमी संजीव सक्सेना के नाम पर और भी कितने लोग अपने अपने दावे कर रहे है I हम यहाँ साफ़ कर दें की यहाँ ABKM ने कोई सीधे मदद नहीं की है , गैस कनक्शन चूल्हा एक ब्राह्मण पत्रकार और संजीव सक्सेना के प्रयासों से डीएम की अनुशंषा पर मिला है I लेकिन उसके बाद सबने दावे तो बहुत किये है पर संगत पंगत मेडिकल विंग की डा रेनू वर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक़ उस बीमार के लिए किसी ने कुछ तो नहीं किया लेकिन उसकी मदद के पर्चे ज़रूर चाप दिए हैऐसे में पारिया गुट पर फिर से सवाल खड़े होते है की आखिर क्या मदद की घोषणा करना ही इनका लक्ष्य रह गया है या फिर कभी ये लोग करेंगे भी