कायस्थ खबर पड़ताल : कायस्थ एकता का दंभ भरने वाले संगठन सीतापुर (विश्वा ) के सक्सेना परिवार की भी मदद करवा दें तो बहुत उपकार होगा
बीते ३ दिनों से यूपी के कई प्रसिद संगठन कायस्थ एकता के लिए प्रतिबद्ध हो गए है I और अगर सब एक हो रहे है तो ये अच्छी बात है I लेकिन इस सब राजनीती एकता के बीच सीतापुर विस्वा के मरीज के लिए ज़मीनी कार्य करने की किसी को कोई सुध नहीं है
गौरतलब है की एक ब्राह्मण पत्रकार की पोर्ट के बाद ३-४ दिनों तक उस सक्सेना परिवार के लोगो की बहुत बातें फेसबुक , व्हाट्स अप्प पर हुई , लेकिन डीएम से गैस चूल्हा और मदद के २००० रूपए देने के बाद सब भूल गए I
शायद दौड़ती भागती जिंदगी का एक बड़ा सच ये भी है की संस्थाओं को काम के प्रचार का चेहरा चाह्यी I काम कौन करेगा इस कोई नहीं सोचता I संस्थाओ में पदों की लड़ाई और महत्वाकांक्षा भी शायद ऐसे ही कार्य कलापों को बढावा देती है I
कायस्थ खबर ने जब इस पर पड़ताल की तो डी एम् आफिस में कार्य करने वाले संजीव सक्सेना के बदोलत उन्हें कुछ हेल्प तो मिली है लेकिन उसके बाद सब वही धाक के तीन पात I ऐसे में जब उस मरीज के इलाज के लिए कोई आवाज़ उठाई जाती , कोई पैसे जमा किये जाते लेकिन सब इस पर शांत है I
कायस्थ कहबर बीते ३ दिनों में संगठनो के प्रमुखों की एकता देख कर आश्चर्य चकित है साथ ही उनसे प्रार्थना भी करता है की इस एकता का परिचय ऐसे गरीब कायस्थों के उत्थान के लिए करे तो शायद कायस्थ समाज उनकी और सम्मान से देखे भी I और निश्चित तोर कायस्थ कहबर भी इस बात की प्रशंसा करे I
देखना बस यही है की कौन सा संगठन इस सक्सेना परिवार के लिए आगे आएगा , या फिर संगठनो की नाम लेने की आपसी प्रतिस्पर्धा में ये मरीज भी बस राह ही देखता जाएगा