गेस्ट आफ आनर केस में इस्तीफे ना होने से कायस्थ समाज में abkm पारिया गुट का प्रभाव घटना शुरू , लोगो ने राष्ट्रीय महामंत्री विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ की तानाशाही को खतरनाक बताया
बडोदा सम्मलेन में सविता एस एस लाल के अपमान और गेस्ट आफ आनर केस में इस्तीफे ना होने से कायस्थ समाज में abkm पारिया गुट का प्रभाव घटना शुरू हो गया है I ABKM पारिया गुट में इसके खिलाफ आवाज़े उठने शुरू हो गयी है , ललित सक्सेना के बाद जोधपुर की पूरी इकाई का सामूहिक इस्तीफ़ा भी लोग इसी से जोड़ कर देख रहे है
संगठन में राष्ट्रीय महामंत्री विश्विमोहन की तानाशाही के खिलाफ भी आवाज़े उठने लगी है I जहाँ कुछ लोग इस तानाशाही के खिलाफ इस्तीफे देने में लगे है वही कुछ लोगो ने राष्ट्रीय महामंत्री के तुगलकी फरमान जिसमे सभी ABKM पारिया गुट के लोगो को कायस्थ खबर छोड़ने को कहा था, का भी विरोध करना शुरू कर दिया है I पारिया गुट के प्रदेश कोषाध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने खास तोर पर इस फरमान को पड़ने के बाद कायस्थ खबर ग्रुप में शामिल होने की इच्छा जाहिर की I
ऐसे ही कई लोगो है जिन्होंने राष्ट्रीय महामंत्री के तुगलकी आदेश को ही मानने से इनकार कर दिया है , हालत ये है सिर्फ ५ -7 ख़ास लोगो ने ही कायस्थ खबर ग्रुप छोड़ा है I बड़ी बात ये है की छोड़ने वालो में भी अधिकतर सिर्फ राष्ट्रीय महामंत्री को दिखाने की खातिर छोड़े हैं लेकिन कोई भी उनके कदम को सही नहीं बता रहा है
इधर पारिया गुट के साथ ही बाकी दोनों गुट भी पारिया गुट के बागियों को लपकने को तैयार हो गए है ऐसे में बड़ा सवाल ये है की क्या राष्ट्रीय महामंत्री की जिद में कुछ लोगो के पद को बचाने के चक्कर में पारिया गुट बड़ा नुक्सान उठाने जा रहा है पारिया गुट के ही कई लोगो ने नाम ना लिखने की शर्त पर बताया की चूँकि वो राष्ट्रीय कार्य कारणी की बैठक से पहले ही निकाला जाना नहीं चाहते इसलिए चुपचाप साड़ी मनमानी बर्दास्त कर रहे है
AK श्रीवास्तव गुट के राष्ट्रीय सचिव / प्रवक्ता मनीष श्रीवास्तव ने कल ही घोषणा की है की जो भी लोग वापस उनके साथ आना चाहते है उनका स्वागत है