तो सच्चाई का मुह विज्ञापन के बदले बंद करना चाहते है अभाकाम पारिया गुट के लोग ? पर कायस्थ खबर विज्ञापन के बदले खबर को दबाता नहीं
बडोदा गेस्ट आफ आनर केस में आरोपी पति पत्नी के इस्तीफे , अधिवेशन में सविता एस एस लाल के अपमान और फैजाबाद में ५०००० रूपए की फर्जी मदद के आरोपों से बैकफुट पर आयी अखिल भारतीय कायस्थ महासभा पारिया गुट के एक पदाधिकारी मुकेश श्रीवास्तव ने कायस्थ खबर पर विज्ञापन ना मिलने पर महासभा की सच्चाई छापने जैसे आरोप लगाए है I
एक न्यूज़ पोर्टल में छपी खबर के अनुसार पारिया गुट के एक पदाधिकारी मुकेश श्रीवास्तव का दावा है की चूँकि वो बड़ोदा सम्मलेन में विज्ञापन नहीं दे पाए थे इसलिए कायस्थ खबर ने उनकी सच्चाई समाज को बता दी I हालांकि वो कुछ बातो को इस प्रेस रिलीज में साफ़ नहीं कर पाए , जैसे
१) आखिर कायस्थ खबर ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा पारिया गुट से बडोदा सम्मलेन के लिए जो विज्ञापन माँगा था उसका क्या प्रूफ इनके पास है ?
२) २० दिन से कायस्थ खबर इनकी सच्चाई बता रहा है , इन्हें २० दिन ये बताने में क्यूँ लगे की विज्ञापन ना देने के कारण ये सब हुआ , क्या २० दिन से परदे के पीछे सच्चाई को छुपाने के लिए सब कुछ मैनेज करने का प्रयास चल रहा था ?
३) क्या अब इन्होने दुसरे न्यूज़ पोर्टल को विज्ञापन या ऐसे ही कुछ फायदा देने का करार किया है ?
४) क्या ये संभव नहीं की कल को ये खुद ही दुसरे न्यूज़ पोर्टल पर भी विज्ञापन ना मिलने के कारण सच को लिखने का आरोप ना लगा दें ?
५) आखिर विज्ञापन की आड़ में ये समाज को ये क्यूँ नहीं बता रहे है की जनवरी में जो ५०००० रूपए की घोषणा इन्होने पीड़ित कायस्थ परिवार को देने की थी उसको मदद क्यूँ नहीं करी ?
६) आखिर गेस्ट आफ आनर विवाद में आरोपी पति पत्नी के इस्तीफे ना देने के पीछे कौन सी लाबी है ?
७) क्या सिर्फ घोषणा करना ही पारिया गुट का शगल है ?
कायस्थ खबर मुकेश श्रीवास्तव के जबाबो का इंतज़ार करेगा