सम्मानित सदस्य गण कोई कुछ भी लिखता है तो कहाँ जाता है की महापंचायत पर चर्चा करे तो मेरा निवेदन है कि उसके विषय मे कुछ बताये भी कि कब होगी स्थान कौन सा है क्या क्या इंतजाम किये गये है क्या प्रशासन से इसके लिये अनुमति ली गई है कितने लोग होगे शरीक..उनको कब और कैसे पहुँचना है आदि...जाब आप इन विषयों को रखेंगे तभी तो चर्चा होगी अन्यथा एक दूसरे पर टीका टिप्पणी ही होगी.sabhi यहाँ प्रबुध्द जन और कायस्थ है मै एक अज्ञानी कायस्थ तो pls आप सब इन शंकाओं का निवारण करे....नोट एक वात ध्यान रखे यदि आपने जितने की अनुमति ली है उससे ज्यादा लोग पहुँचे तो बनारस की घटना के पश्चात प्रशासन शख्त हो गया है आयोजक उसके जिम्मेदार ठहरायें जाते है अभी पन्कज बाबा के साथ यही हुआ है...देखिये कोई एतराज मत जता ईयेगा.....क्योंकि पूर्णतया महापंचायत से सम्बन्धित चर्चा है...धन्यवाद जय चित्राँशऐसे में यक्ष प्रशन ये है की क्या कायस्थ महापंचायत क्या एक बार फिर ऐसे ही नाम बन कर रह जाएगा ? क्योंकि कायस्थ महापंचायत से जुडी तैयारियों को लेकर लोग अभी तक आश्वस्त नहीं है I रविवार को ही हुई इसकी एक मीटिंग में मौजूद एक सदस्य ने कायस्थ खबर को फ़ोन पर बताया की उस दिन ३५ आदमियों के लिए मीटिंग रक्खी गयी थी जिसमे से २४ ही पहुँच पाए थे I और उसमे भी कार्यक्रम को लेकर कोई एक राय नहीं बन पायी थी I नहीं है बैंक अकाउंट , नहीं है कोई रजिस्ट्रेशन नाम ना छापने की शर्त पर आयोजन से जुड़े एक सदस्य ने बताया की अभी तक इसका कोई पंजीकरण नहीं हुआ है और ना ही कोई बैंक अकाउंट खुला है , ऐसे में कोई अगर पैसे दे भी तो कहाँ और किसे I इतने बड़े कार्यक्रम की घोषणा तो कर दी गयी है लेकिन अभी तक लोगो को पता ही नहीं है की कैसे क्या होना है क्या रिटायर्ड कायस्थ अधिकारियों का पंचिंग बैग है ये कार्यक्रम ? राजनातिक कहे जा रहे इस आयोजन को रिटायर्ड कायस्थ अधिकारियों का पंचिंग बैग भी बताया जा रहा है , सूत्रों की माने तो इस कार्यक्रम में ऐसे रिटायर्ड कायस्थ अधिकारियों को लियी जा रहा है जिनको उनके शहर में भी कोई नहीं जनता है , जिनका कायस्थ समाज से अभी तक कोई वास्ता नहीं रहा है और जो रिटायर होने के बाद अपने लिए स्थान तलाश रहे है I ऐसे में इसके होने पर भी प्रशन चिन्हं लग रहे है
क्या कायस्थ महापंचायत हो पायेगी ? कब होगी स्थान कौन सा है क्या क्या इंतजाम किये गये है? अतुल श्रीवास्तव
कायस्थ महापंचायत के शोर के बीच प्रबुद्ध लोगो ने सवाल उठाने शुरू कर दिए है I आयोजको की अपरिपक्वता के कारन जो डेट १२ नवम्बर की तय की गयी थी वो करीब आ गयी है I लेकिन अभी तक लोगो को पता नहीं , ऐसे में इसके आयोजन पर ही प्रशन चिन्ह लग रहे है I नॉएडा से अतुल श्रीवास्तव सवाल पूछते है