बड़ा सवाल : क्या यूपी में कायस्थ महापंचायत से कायस्थ एक हो पायेंगे ?
सुनने में आ रहा है की लखनऊ में कायस्थ समाज की पहली बड़ी कायस्थ महापंचायत होने जा रही है , जिसमे व्हाट्स अप्प और फेसबुक के सक्रीय नेताओं की जगह ज़मीन पर कार्य करने वाले सक्रीय लोगो को लाने की पहल की जा रही है I अब इसमें सच में ज़मीनी कार्यकर्ता या नेता दिखाई देंगे ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन मथुरा में हुई घोषणा के बाद से ही उत्तर पदेश के कायस्थ समाज में कई तरह की चर्चाओं को जनम दे दिया है
कायस्थ खबर ने जब इस सिलसिले में लोगो से बातचीत की तो इस कायस्थ महापंचायत के प्रमुख चेहरे के तोर पर अब तक एक ही नाम सामने आया है और वो है गाजियाबाद की कायस्थ नेत्री कविता सक्सेना का I हालाँकि मथुरा में कहे गए कोर कमिटी की बैठक में प्रदीप माथुर और डा नवीन कुमार जैसे नाम भी शामिल हुए I इनके अलावा इलाहाबाद से धीरेन्द्र श्रीवास्तव , दीपक श्रीवास्तव और कासगंज से भी कई ज़मीनी नेता इसमें शामिल हुए I लेकिन उसके बाद कायस्थ महापंचायत को लेकर कोर कमिटी की चुप्पी कई सवालों को जनम दे रही है I ऐसे में इसके आयोजन को लेकर लोगो के दिलो में कई सवाल आ रहे है जिनमे प्रमुख सवाल ये भी है की क्या कायस्थ समाज के सब लोगो एक मंच पर लाने की पहल में कहीं ये प्रयोग असफल तो नहीं होगा ?
क्या उत्तर प्रदेश चुनावों में कायस्थ समाज की शक्ति दिखाने के लिए की जा रही इस कायस्थ महापंचायत में उत्तर प्रदेश के सक्षम नेताओं को लेकर ही ये कायस्थ महापंचायत नहीं की जानी चाह्यी ? I आखिर कायस्थ महापंचायत की रूप रेखा क्या हो इस पर कायस्थ महापंचायत की कोर कमिटी का कोई बयान क्यूँ नहीं आया है ? महीने भर के समय शेष रह जाने के बाद भी कार्य्रकम को लेकर उठ रहे सवाल जनता में मन में जहाँ उत्सुकता बनाए रख रहे है वही इसके होने से कायस्थ समाज क्या हासिल कर पायेगा इसको लेकर भी लोग संशय में है
ऐसे में कायस्थ महापंचायत कब कैसे और कहाँ होगी , इसके बारे में आयोजको को जल्द ही रुपरेखा देनी होगी ताकि इसके जरिये कायस्थ समाज एक शक्ति प्रदर्शन सर्व समाज को दिखा सके