स्पेशल रिपोर्ट : इतिहास अपने आप को दोहराएगा, ४ दिसम्बर को लखनऊ में नहीं होगी कायस्थ महापंचायत
कायस्थ खबर डेस्क I जैसा की पूर्वानुमान था कायस्थ महापंचायत की सभी घोषनाए एक बार फिर से हवा हवाई साबित होने जा रही है I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार १२ नवम्बर के बाद अब ४ दिसम्बर को भी लखनऊ में प्रस्तावित कायस्थ महापंचायत नहीं होने जा रही है I
इसको लेकर कल शाम से ही जानकारी कायस्थ समाज में आने लगी जब अचानक कायस्थ महापंचायत को लेकर बनाए गए सभी ग्रुपों को कल बंद करना शुरू कर दिया गया I ऐसे में कायस्थ महापंचायत में जिन लोगो को जोड़ा गया था उनको बहुत मायूसी हुई I कायस्थ खबर को भेजी जानकारी में कई लोगो ने कायस्थ महापंचायत की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न लगया और इसकी सर्वेसर्वा कविता सक्सेना पर कायस्थ समाज को भ्रमित करने के आरोप भी लगाये
महापंचायत से जुड़े एक सदस्य ने कायस्थ खबर को वो स्क्रीनशॉट भी भेजा जिसमे इन सभी ग्रुपों को बंद करने की जानकारी दी गयी I सूत्रों की माने तो कायस्थ समाज के प्रमुख लोगो ने कविता सक्सेना के विवादित छवि के कारण उनके साथ आकर उनके नेतृत्व में ऐसे किसी कार्यक्रम भाग लेने में कोई रूचि नहीं दिखाई I कविता शुरू से ही इस कार्यक्रम में ऐसे लोगो को साथ लेकर चल रही थी जिनका कोई आधार नहीं और जो रिटायर होने के बाद अपने अहम और पदों की पूर्ति के लिए साथ जुड़े थे ,ऐसे में ४ दिसम्बर को होने वाले कायस्थ महापंचायत के भविष्य पर सवालिया निशान लगना तय है
कायस्थ समाज से जुड़े एक समाजसेवी ने कायस्थ खबर को कहा की कायस्थ समाज एक बुद्धिजीवी वर्ग है हमने पिछले साल भी जब ऐसे ही एक कार्यक्रम की बातें हुई तब भी यही कहा था की कायस्थ समाज के कार्यक्रम का नाम महापंचायत रखना ही गलत है और यही वजह है की ना पिछले साल घोषणा के बाद ये कार्यक्रम हो पाया और अब ना इस साल हो पा रहा है
कायस्थ खबर ने जब कायस्थ समाज के सक्रीय समाज सेवियों से इस मामले में जानकारी लेनी चाहि तो सबने सामने आकर कुछ भी कहने से मन कर दिया है ऐसे में कायस्थ महापंचायत को लेकर क्या एक बार फिर से इतिहास अपने आप को दोहराएगा और तमाम दावो के बाद ये कायस्थ महापंचायत भी मात्र एक मजाक बन कर रह जाएगा