शर्मनाक : अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के सभी गुट भूले स्थापना दिवस : मुगलसराय में सारंग गुट ने मनाया तो पारिया गुट कल बस पदों के संयोजन में लगा रहा
कायस्थ खबर डेस्क I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा से जुड़े सभी लोग किस कदर आत्मप्रसंशा और पदों के संयोजन में ही दिन रात लगे रहते है इसका उदाहरण कल अखिल भारतीय कायस्थ महास्बाहा के १२९ वे स्थापना दिवस पर इनकी शान्ति देखने से पता लगा I हालत ये है की विवादित गुट अपने चंदे और सदस्यता लेने के कार्यक्रम तो करते दिखे लेकिन किसी को भी स्थापना दिवस की कोई याद नहीं आयी
ऐसे में बस मुग़ल सराय से कुछ पुराने लोगो ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का १२९ वा स्थापना दिवस मनाया I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार सारंग गुट के प्रदेश सचिव शैलेन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के इतिहास पर प्रकाश डाला I समाज के युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया की अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की स्थापना १२९ वर्ष पूर्व हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेन्द्र प्रसाद ने की थी I जिसको १९९८ में कैलाश नाथ सारंग ने अध्यक्ष बन्ने के बाद उचाइयो तक पहुंचाया I उनके ही कार्यकाल में भगवान चित्रगुप्त के जीवन पर "पाप पुन्य का लेखा जोखा " नामक टीवी सीरियल का भी निर्माण किया गया I तब संघं लगातार समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रहा है इस मौके पर अक्षय सिन्हा , विपिन सिन्हा , दिलीप श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित थे
दुखद ये भी रहा की कल ही पारिया गुट ने अपना कार्यक्रम दिल्ली में रखा था लेकिन वहां से भी ऐसी किसी गतिविधि की खबर नहीं थी I कल पुरे दिन चले घटना क्रम में कुछ लोगो को पदों से हटाया और कुछ को बैक डेट में पदों पर दिखाया गया I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार पारिया गुट ने अदालत के डर से लोगो को बैक डेट में नियुक्ति पत्र दिए I हालांकि हर 3 महीएँ में बदले जाने इन पदों के बदलाव से पारिया गुट की हड़बड़ी भी नजर आयी
कायस्थ खबर में छपे खुलासे के बाद पारिया गुट इस पूरी बैठक में बैकफुट पर नजर आया I काफी समय बाद डा आशीष पारिया इस कार्यक्रम में नजर आये और उन्होंने सभी शिकायतों के लिए लिखित में जानकारी मांगे जाने की बात कही I सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पर कुछ सदस्यों ने विरोध किया जिसके बाद एक कार्यसमीति बनाने की बात उठी जिससे बडोदा के कार्यक्रम में हुई घटनाओं पर जल्द से जल्द एक्शन लिया जा सके I
कुल मिलाकर १२९ वे स्थापना दिवस अभाकाम पारिया गुट के लोग अपनी गोटिया तो सेट करने में लगे रहे लेकिन किसी को भी स्थापना दिवस जैसी कोई बात याद नहीं थी Iहालांकि इनके अधिकाँश पदाधिकारी कार्यवाही के डर कोई भी बात करने से बचते दिखे I देर शाम संगत पंगत में आयी पारिया गुट से जुडी एक बड़ी महिला पदाधिकारी से जब पूछा गया तो वो हडबडा गयी I गौरतलब है कि मात्र एक डेढ़ साल पहले से ही एक्टिव हुई ये पदाधिकारी सीधे इतने बड़े पद पर कैसे बना दी गयी ये भी पारिया गुट की कार्य शैली पर एक प्रश्नचिहिन है I