कायस्थ खबर वार्षिक लेखा जोखा :कायस्थ समाज पेपर का शेर है जो वक्त पड़ने पर छिप जाता है !! आलोक श्रीवास्तव
इसे लिखते दुःख हो रहा है लेकिन यह सच है की जब हमें समाज की जरुरत होती है तो आम कायस्थ साथ खड़े दिखते है लेकिन कायस्थ के नाम पर पद,पैसा व् कीर्ति कमाने वाले कायस्थ नेता अक्सर गायब दिखते है यह मेरा अनुभव है !
२०१६ का ब्यौरा देखा जाये तो कुछ कायस्थ को याद किया जा सकता है जिनमे आशु भटनागर सुशांत श्रीवास्तव संजय श्रीवास्तव नाटी व् डॉ रेनू वर्मा जिन्होंने जी जान से समाज की सेवा की यह वह लोग है जो सामने दिख रहे है !समाज में बहुत से ऐसे लोग है जो बिना दिखाए व् बताये समाज की बड़ी मदद कर रहे है समाज को उनका आभार व्यक्त करना चाहिए !
अब कुछ बात कायस्थ रत्नों, नेताओ ,संघटन कार्यकारिणी की भी हो जाये इनका समाज के प्रति क्या व्यहार रहा उन्हें भी जानना जरुरी है !गिने तो लगभग पांच हजार संघ व् संघठन मिल जायेंगे लेकिन काम करने वाले एक भी शायद मिल सके !यह संघ व् संघठन समाज में पैसा व् पद को पाने का महज जरिया है और कुछ नही है !
आज समाज देश में न आर्थिक रूप में न सामाजिक रूप में और न ही राजनितिक रूप में अपनी स्थिति बना पाया है इसका जिम्मेदार कौन है ..सोचिये और जवाब दीजिये ?
मैं दुःख से भर गया की समाज का एक सदस्य अत्यंत ही गंभीर स्थिति में अस्पताल में पड़ा है और कुछ भाई व् बहन को छोड़ दिया जाये तो उसकी मदद के लिए कोई कायस्थ संघ व् संघठन सामने नही आया ..जबकि रोज रोज मदद की अपील की जा रहा है ,,,,,,,किस काम का है यह संघठन ..सोचिये और जवाब दीजिये
एक कायस्थ युवा दिल्ली में रोजगार के लिए छ महीने संघर्ष करता रहा और उसने सभी कायस्थ रत्नों व् महारथियो से मदद की गुहार लगायी पर किसी ने मदद नही की ........अंत में उसने कायस्थ संघठन व् कार्यो को ही अलविदा कह दिया ,,,,,,क्या यही है एकजुटता की सच्चाई ...सोचिये और जवाब दिजिय
फ़ैजाबाद ,में निर्णय हुआ की कायस्थ राजनीतिको को खोज कर उन्हें मौका दिया जायेगा पर निर्णय में शामिल होने वाले लोग ही आज कहीं नही दिख रहे है ..क्या राज है ...सोचिये और जवाब दीजिये !
जो लोग भारतीय राजनीती में जड़े जमा चुके है वह कायस्थ जानो का कितना मदद करते है ..........यह भी सोचिये और जवाब दीजिये !!
सवाल बहुत है पर २०१६ को याद रखने के लिए यही बहुत है ...आप सभी को नए साल की शुभकामनाये !!
अलोक श्रीवास्तव