चुनावी चक्कलस में कायस्थ नेता भूल गए गोपालदास नीरज “सक्सेना ” का जन्मदिन ? कल ९२ साल के होने पर किसी ने नहीं दी बधाई
कायस्थ खबर डेस्क I कल ४ जनवरी को कायस्थ शिरोमणि और प्रख्यात कवि गोपाल दास नीरज "सक्सेना "का ९३वे वा जन्मदिन था I लेकिन चुनावी खेल में अपने फायदे के लिए कायस्थ समाज के नेता फर्जी कहानी से प्रचार पाई सविता बाई फुले को तो बधाई देते दिखे I लेकिन गोपाल दास नीरज का जन्मदिन भूल गए I
राजनीति शुन्यता और सामाजिक स्वाभिमान की बात करने वाले किसी भी धार्मिक , सामाजिक या कायस्थ के नाम पर राजनातिक दल चलाने वाले नेता को ये याद नहीं था , या फिर यु कहा जाए की इस चुनावी दौर में उनको याद करने का सही समय नहीं था I कायस्थ खबर कल पुरे दिन इस बात का इंतज़ार करता रहा की शायद अब किसी नेता का कोई पोस्ट, ट्वीट आये जो गोपाल दास नीरज को उनके जन्मदिन पर बधाई दें
लेकिन दिखावे के इस दौर में हम ये दिखाना भी भूल गए I याद रखिये आज अपने बड़े नेताओं को भूल रहे है कल इसी परिपाटी पर लोग मुलायाम , मायावती को याद रखेंगे लेकिन आपको भूल जायेंगे क्योंकि आप ऐसी कोई रेखा नहीं खीच रहे जिससे लोग आगे परम्परा के तोर पर ही आपको याद करें I
अंत में एक बार फिर से गोपाल दास नीरज "सक्सेना " जी को उनके ९२ वर्ष के होने पर बधाई I