पवन सक्सेना , संजीव सिन्हा, शैलेश श्रीवास्तव और डा ज्योति श्रीवास्तव जैसे नामो के एकदम से आगे आने से पिछले सर्वे के कई नेताओं ने कदम पीछे खीचे, समाज नए नेताओं के स्वागत को तैयार
कायस्थ खबर ब्यूरो I महज १ साल पहले जो कायस्थ समाज के महासर्वे में लोकप्रिय नेताओं में अग्रणी थे ,वो इस बार समाज में नए नामो के आने और उनको लगातार मिलते समर्थन से घबरा कर मैदान छोड़ने के जुगाड़ में लग गए है I अपनी बची हुई इमेज को बचाने के लिए अब इन्होने सर्वे में अपना नाम ना देने की अपील जैसी बातें करनी शुरू कर दी है Iपिछली बार के ५ लोकप्रिय नेताओं में २ लोगो ने कल अपने नामांकन को रद्द करें की पब्लिक अपील की , जिसके बाद कायस्थ समाज में एक चर्चा आम हो गयी की क्या ये लोग अपनी लोक्रियता को १ साल भी बरकरार नहीं रख सके है I क्या नए संगठनों और नेताओं के महासर्वे में मिलते समर्थन से ये लोग घबरा गए है ?इस बार के सर्वे में कई नए कद्दावर नेताओं के नाम अभी तक सामने आये है जिनमे इलाहबाद के चौधरी राघवेन्द्र सिंह , प्रख्यात वकील टी पी सिंह , राजीव रंजन प्रसाद (JDU), डा० ज्योति श्रीवास्तव (रा महिला अध्यक्ष अभाकाम), कमलनयन श्रीवास्तव (पटना), शैलेष श्रीवास्तव कायस्थ विकास महापरिषद , रमन सिन्हा (राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द), अम्बुज सक्सेना (नोइडा ) और लखनऊ से संजीव सिन्हा (राष्ट्रीय कायस्थ वृन्द) शामिल है Iकायस्थ खबर से एक बातचीत में अपने नाम के लिए उत्साहित कानपुर के पवन सक्सेना कहते है की कायस्थ खबर का ये सर्वे समाज के नेताओं को लोगो से कनेक्ट करने का मौका दे रहा है और वो इसके लिए पुरे देश में अपने समर्थको से अपील कर रहे है I नॉएडा के अम्बुज ने कायस्थ खबर को बताया की ये उनके पिछले १० सालो के समाज के लिए कामो को जांचने का एक जरिया है I ऐसे में पिछले विजेताओं के मैदान छोड़ने को युवाओं की लोकप्रियता का डर ही कहा जा सकता है I बहराल सर्वे में लगातार वोटिंग चाली है और लोग अपने नेताओं के नाम अभी भी प्रपोज कर रहे हैआप भी सर्वे में अपना वोट नीचे डाल सकते है[yop_poll id="-2"]