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कायस्थखबर चुनावी चर्चा : अगर बीजेपी जीती तो सिद्धार्थ नाथ सिंह होंगे यूपी में बीजेपी के मुख्यमंत्री !!
कायस्थखबर डेस्क I प्रधानमंत्री मोदी का कहना की "उत्तर प्रदेश का भविष्य इस बार इलाहाबाद से निर्धारित होगा" क्या अपने आप में बहुत कुछ कहता जा रहा है ? जिस तरह से प्रचार के आखरी दिन अमित शाह खुद रोड शो में आये , जिस तरह से पहले ही दिन से यहाँ बीजेपी ने सारी ताकत झोकी हुई है यहाँ तक की बीजेपी के आक्रमक प्रचार से परेशान हो मायावती और अखिलेश /राहुल भी यहाँ आने को मजबूर हो गए है I यहाँ तक की कायस्थ समाज के सर्वमान्य नेता आर के सिन्हा का गलियों गलियों में घूम कर वोट माँगना बहुत कुछ इशारे कर रहा है
ऐसे में जब नरेंद्र मोदी ने कहा कि इलाहाबाद ने यूँ तो देश को कई प्रधानमंत्री दिए हैं पर इस बार देश नहीं, प्रदेश का भाग्य भी यहीं से निर्धारित होगा। यु तो बीजेपी में केशव प्रसाद मौर्य के समर्थक इसे CM पद की दावेदारी पर इशारा मान रहे हैं। मगर सूत्रों की मानें तो नरेन्द्र मोदी के कहने का मतलब ‘प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री इलाहाबाद से तो होगा’ लेकिन वो केशव नहीं सिद्धार्थ नाथ सिंह के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होने की संभावना ज्यदा है I गौरतलब है कि बीजेपी का CM उम्मीदवार पद चुनाव शुरू होने से पहले ही सियासी गलियारों में यह एक चर्चा का विषय रहा है कभी लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा, कभी केशव तो कभी स्मृति ईरानी के नाम पर चर्चा होती है पर बीजेपी के बड़े पदाधिकारी हमेशा इस सवाल से बचते आये हैं, जवाब एक ही देते हैं “संसदीय मंडल लेगा फैसला”
लेकिन कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी में मुख्यमंत्री भी बने ऐसा पिछले काफी समय से नहीं हुआ है I मोदी के अभी तक के निर्णयों से भी साफ़ जाहिर है प्रदेश में कोई ऐसा नेता चाह्यी जो हाल फिलहाल प्रदेश की राजनीती में विवादित ना रहा हो , ऐसे में प्रधानमन्त्री मोदी के बयान को लेकर इलाहाबाद में बहुत उत्साह है I
इलाहबाद में कायस्थों का तो यहाँ तक कहना है की अगर मुख्यमंत्री कायस्थ होने की बात हो तो पूरा इलाहाबाद में कमल ही खिलेगा इस बार I ऐसे में इलाहबाद की समस्त सीटो पर बीजेपी की जीत हो इसकी संभावनाए भी इनकार नहीं की जा सकती है
वैसे देखा जाए तो इलाहाबाद शहर पश्चिमी में बीजेपी डमी कैंडिडेट ही खड़ा करती है । शहर पश्चिमी में कायस्थ खुद एक दूसरे को ठीक तरह से नहीं जानते । जितेन्द्रनाथ जी को तो कोई जानता ही नहीं शहर पश्चिमी में पिछले 20 सालों में वो एक बार भी नहीं गए सिर्फ मेयर के चुनाव में गए थे।