वहीं दूसरी तरफ कायस्थ शिरोमणि कहे जाने वाले राज्य सभा सांसद, माननीय आर.के. सिन्हा जी ने जिस तरह उत्तर प्रदेश के प्रत्येक प्रत्याशी के लिए जिले दर जिले जाकर उत्साहवर्धन किया और जनता के बीच विश्वास को स्थिर किया वह अविस्मरणीय और अतुलनीय है। कायस्थ क्षमतावान है इसका साक्षात प्रमाण देश के समक्ष है। अब इस विजय पताका को शिखर तक ले जाना है, जिसके लिए आवश्यकता है सुयोग्य और स्वच्छ चरित्रवान नेतृत्व की ।सुशासन की। सुव्यवस्थित नीतिपूर्ण नेतृत्वकर्ता की। आज इन उपर्युक्त बातों को आधार बनाकर यदि आंकलन करें तो इलाहाबाद से विजयी हुए श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ही उत्तर प्रदेश के नेतृत्व के लिए उचित व्यक्ति हो सकते हैं।साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री के ऋण से उऋण होने का भी यही उचित समय है।अतः हमारी कामना है कि आदरणीय सिद्धार्थ नाथ सिंह जी को उत्तर प्रदेश का मुख्य मन्त्री बनाया जाना चाहिए। !!जय श्री चित्रगुप्त भगवान!!"डॉ ज्योति श्रीवास्तवा" राष्ट्रीय महिला अध्यक्षा अखिल भारतीय कायस्थ महासभा

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री पद के लिए उचित नाम श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह – डा ज्योति श्रीवास्तव
भारतीय जनता पार्टी का विजय पताका उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में इस तरह फहराया गया कि पूरा देश केसरिया रंग में डूब गया।
किंतु वर्णनीय है कि उत्तर प्रदेश की इस जीत में कायस्थों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है, इस बात में कहीं कोई संदेह या संकोच नहीं हो सकता।जहाँ एक ओर "कायस्थवृंद" व मुख्य समन्वयक श्री धीरेंद्र श्रीवास्तव द्वारा मतदान जागरूकता अभियान चलाए जाने का परिणाम हुआ कि पहली बार लगभग 82% कायस्थ घर से निकले और लोकतंत्र पूजन दिवस के रूप में मतदान किया।