ये सर्वे एक और बात का खंडन करता है-" कायस्थ ईर्ष्यालु, अहंकारी विशेष प्रचलित भाषा में कहें तो एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे रहते हैं। श्री कुमार संभव जी का ३८०९ वोट से प्रथम स्थान पर आना इसका परिचायक है। इसके अतिरिक्त श्री सौरभ भटनागर, श्री मनोज श्रीवास्तव और अन्य को लगातार मिलने वाले सहयोगियों ने कायस्थ संबंधित सभी नकारात्मक भ्रांतियों, संदेहों को विराम लगा दिया है।"कायस्थ खबर" के लिए एकमात्र मेरा व्यक्तिगत सुझाव देना चाहूंगी कि सर्वे की अवधि एक सप्ताह से अधिक नहीं होनी चाहिए। अवधि अधिक होने से उत्सुकता और ऊर्जा दोनों कम होने लगती है।अंततः सदा की भांति एक ही नारा-एक ही प्रयास-एक ही संकल्प-- "अतर्क एक पंथ पर सतर्क हो चलें सभी"पुनः आभार !!जय श्री चित्रगुप्त भगवान!! जय चित्रांश!!डा ज्योति श्रीवास्तव
यदि ये सर्वे नहीं होता,संभवतः मुझे भान ही नहीं होता कि इतने स्नेह और आशीर्वाद का सौभाग्य मुझे प्राप्त है – डा ज्योति श्रीवास्तव
कोटिश: धन्यवाद!!?!!सभी आदरणीय, स्नेही मित्र, बंधु-बांधव, शुभेच्छु जन जिन्होंने अपने व्यस्त-नियमित दिनचर्या में भी मुझे "वोट" करके द्वितीय स्थान तक पहुँचाया ... करबद्ध प्रणाम एवं सादर अभिनंदन!!?!!आश्चर्यजनक किंतु सुखद!!कायस्थ खबर : साधुवाद एवं अभिवादन!!संभवतः मुझे भान ही नहीं होता कि इतने स्नेह और आशीर्वाद का सौभाग्य मुझे प्राप्त है, यदि ये सर्वे नहीं होता। आज मैं स्वयं को सौभाग्यशाली और गौरवान्वित अनुभव कर रही हूँ कि इतने विशाल ऐसे परिवार का हिस्सा हूँ जहाँ इस स्नेह की कोई कीमत-कोई-शर्त नहीं थी और ३४४४ वोट की संख्या अचंभित करने वाली है।