आप सभी को भगवान चित्रगुप्त के प्रगटोत्सव की हार्दिक बधाईयाँ , आईये कुछ प्रण लें- स्वप्निल श्रीवास्तव
आत्मीय साथियों,
आज गंगा सप्तमी के इस पर्व पर आप सभी से संवाद करने की इच्छा प्रभु चित्रगुप्त की प्रेरणा से उतपन्न हुयी।
सर्वप्रथम आप सभी को भगवान चित्रगुप्त के प्रगटोत्सव की हार्दिक बधाईयाँ।
मै आज छोटी छोटी दो तीन बातें ही कहूँगा।
आज बहुत ही पवित्र दिन है,हमारे प्रभु के प्रगट होने का दिन अतः आईये कुछ प्रण लें-
1.कायस्थ एकता व विकास हेतु आईये अब आलोचना से आगे बढ़कर समीक्षात्मक आलोचना करें।
2.आलोचना से परेसान होकर लोगों को जवाब देने की बजाय मौन होकर समाज हित में आगे बढ़ें।
3. मानवीय मदद की श्रृंखला को समाज सेवा में बदलते हुए समाज को सकारात्मक गति दें।
4. प्रोफेशनल्स की मदद से समाज हित में योजना बनाएं व उनका क्रियान्वयन करें।
5. युवा ही किसी समाज का वर्तमान तथा बच्चे ही उसका भविष्य होते हैं अतः रोजगार व शिक्षा को प्राथमिकता दें।
धन्यवाद
स्वप्निल श्रीवास्तव
कायस्थ युवान