खुला पत्र : साथियों आप सब मेरी ताकत हो आप सब कायस्थ युवान हो ,आप सब कायस्थ समाज के कर्णधार हो : कवि स्वप्निल श्रीवास्तव
आत्मीय साथियों ,
यह पत्र मैं कायस्थ युवान से जुड़े सभी साथियों को लिख रहा हूं आजकल बहुत सारे लोग हमसे यह पूछने लगे हैं कि कायस्थ युवान किस प्रकार से अन्य संगठनों से अलग है सोचा आज जवाब दिया जाए।
साथियों हमारे संगठन का कोई भी पदाधिकारी कहीं पर किसी भी WhatsApp ग्रुप में अपने मानसिक दिवालियापन का परिचय देता हुआ आपको नहीं नजर आएगा हम मंच माला माइक कि राजनीति ना करते हुए पूर्णतया अपने 5 बिंदुओं पर कार्य करते हुए नजर आ रहे हैं कुछ लोग यह भी कहने लगे हैं कि आपने किया क्या मैं आप साथियों का आश्वस्त कराना चाहता हूं ।