1-क्या के०पी०ट्रस्ट की कोई भूमि कायस्थवृन्द के मुख्य समन्वयक श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव अथवा उनके परिवार के किसी सदस्य के व्यक्तिगत नाम से आवंटित है? यदि हाँ तो कहॉ ?दस्तावेजी प्रमाण प्रस्तुत करे। 2-क्या श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव ने के०पी०ट्रस्ट की किसी भूमि पर कब्जा कर अपना मकान व दुकान बनवा रखा है व इस सम्बन्ध में उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही की गयी है ? यदि हाँ तो दस्तावेजी प्रमाण प्रस्तुत करे? 3-क्या श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव अथवा कमला प्रसाद सोसायटी ने कभी किसी कायस्थ/गैर कायस्थ से किसी प्रकार का एक पैसे का नकद चन्दा लिया है ? श्री धीरेन्द्र द्वारा निर्गत रसीद,उनके बैंक खाते की छायाप्रति अथवा उनको किये गये NEFT/RTGS की पावती प्रस्तुत करे।कमला प्रसाद सोसायटी ने गड्ढ़ा इत्यादि पाटने के लिये कूड़ा मलबा इत्यादि दान/सहयोग रूप में अवश्य प्राप्त किया जिसका समस्त अभिलेख हमारे पास उपलब्ध है । 4-क्या चर्चित संस्था कमला प्रसाद सोसायटी के पदाधिकारी एक ही परिवार विशेष अथवा सगे सम्बन्धी है?ये पंजीकृत संस्था है।निबन्धन कार्यालय से पता लगाया जा सकता है ?ज्ञात हो कि कमला प्रसाद सोसायटी आम कायस्थो द्वारा कायस्थ समाज के संघर्षशील साथियो द्वारा जो के०पी० ट्रस्ट के न्यासी भी है के द्वारा संचालित है जिसके महासचिव की हैसियत से मैने 9/10 जनवरी 2016 को फैजाबाद उत्तर प्रदेश में आयोजित "कायस्थवृन्द"की चौथी राष्ट्रीय बैठक में हास्पिटल व पैरामेडिकल कालेज सम्बन्धी प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत कर सभी प्रातिनिधियो से सहयोग मॉगा था।रिपोर्ट में कायस्थ महापुरूषो के नाम पर कायस्थ समाज को इलाज हेतु भारी छूट दिये जाने एवम 750 कायस्थ परिवारो को रोजगार देने का संकल्प उल्लिखित हे।रिपोर्ट मे डीड व एग्रीमेण्ट की छायाप्रति भी संलग्न है। पिछले दिनो आरोप लगाने वाले लखनऊ के आदरणीय श्री संजीव सिन्हा जी और अब गाजियाबाद की आदरणीय श्रीमती कविता सक्सेना जी,गिरीडीह के श्री त्रिपुरारी बक्शी जी सहित अनेक लोगो को मेरे द्वारा attested दस्तावेज की प्रतियाँ प्रदान की गयी थी जो ऐसे किसी भी आरोपो को स्वतः नकारते है।इसी कारण से इन लोगो ने बार बार चुनौती देने के बावजूद कोई दस्तावेजी प्रमाण प्रस्तुत नही किया।मै भी चुनौती देता हूँ कि अपने आरोपो के पक्ष में दस्तावेज प्रस्तुत करे।मेरे पास तो मूल अभिलेख है। बहरहाल मैं बतौर महासचिव सर्वसाधारण को अवगत एवम अनुरोध करना चाहूँगा कि "सोसायटी द्वारा कतिपय कारणो से समाज हित में माननीय न्यायालय के समक्ष वाद दायर किया गया है जिसके परिणाम स्वरूप निर्णय होने तक हम किसी प्रकार का वक्तव्य देने से विरत रहेंगे।" यह भी अनुरोध है कि इस सम्बध में किसी प्रकार का आरोप प्रत्यारोप माननीय न्यायालय की अवमानना समझी जायेगी व तदनुसार आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। भवदीय राजेश कुमार श्रीवास्तव महासचिव
धीरेन्द्र श्रीवास्तव व हमारी सोसायटी पर नाना प्रकार के झूठे व मनगढंत कथायें व आरोप लगाने वाले सबूत दें – राजेश कुमार श्रीवास्तव
चूंकि प्रकरण न्यायालयाधीन है जिस कारण हम सब किसी भी प्रकार की टिप्पणी से बचते है जिसका लाभ उठाकर कायस्थ समाज को भरमाने व बरगलाने वाले लोग कायस्थ समाज के एकता व विकास के लिये प्रयासरत बड़े भाई श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव व हमारी सोसायटी पर नाना प्रकार के झूठे व मनगढंत कथायें व आरोप लगाते रहते है। ज्ञात हो कि श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव हमारे सदस्य तक नही है पर तन-मन-धन से उनका आशीर्वाद हमारे व हमारी संस्था के साथ है।
विभिन्न प्रकार का आरोप जैसे भूमि घोटाला , आर्थिक गबन,चन्दा खोरी का आरोप लगाने वाले लोगों से कुछ प्रश्न किये जा रहे है ।