असली-नकली ? २४ सितम्बर को दिल्ली में होंगे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा(?) आमने सामने, आर के सिन्हा, कैलाश सारंग की चुप्पी से समाज बैचेन
कायस्थ खबर डेस्क I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की लड़ाई सुलझने की जगह और भी उलझ गयी है I अभी कुछ दिनों पहले ही अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के ak श्रीवास्तव और पारिया गुट में समझोता हुआ और दोनों ने कोर्ट में चल रहे अपने विवाद को सुलझाने के दावे किये थे I कायस्थ समाज अभी सोच ही रहा था की चलो अब शायद समाज हित में कुछ होगा I
लेकिन नए समीकरण में हाशिये पर आये AK श्रीवास्तव गुट के संयोजक और प्रवक्ता होने का दावा करने वाले मनीष श्रीवास्तव ने इस पुरे खेल में एक नयी बिसात बिछा दी I आनन् फानन में दिल्ली में एक नयी अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राष्ट्रीय का गठन किया गया I जिसमे देश भर से ११ राज्यों के पदाधिकारियों को को शामिल करने का दवा किया गया I
हालांकि कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार इस नए महासभा में बहुत से लोग मनीष की राज्य सभा सांसद के साथ नजदीकी होने के भ्रम में जुड़ गये I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार कई पदाधिकारी ये जानकार हैरान रह गये है की इस महासभा के पीछे आर के सिन्हा और उनकी संगत पंगत का कोई रोल नहीं है I जानकारी के अनुसार कई तो मनीष को पद वापस लेने का मूड भी बना चुके है I लेकिन इस सब से अलग मनीष ने २३ -२४ सितम्बर को अपने राष्ट्रीय अधिवेशन की घोषणा कर दी ,
लेकिन इस खेल का महत्वपूर्ण पहलु ये है की दिल्ली में ही ठीक उसी दिन AK श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली महासभा ने भी २४ सितम्बर को अपना राष्ट्रीय अधिवेशन की घोषणा की हुई है I किसने पहले की ये तो विवाद या खोज का विषय हो सकता है लेकिन अब फिलहाल दोनों ही संगठनो के पदाधिकारियो के बीच हडकंप मचा हुआ हुआ है I दोनों ही सभाओं के लोग अपने अपने संगठन को असली बता रहे है ठीक वैसे ही जैसे गंगा के किनारे खुले होटलों में सब अपने को असली शिवा का ढाबा बताते है I
और कायस्थ समाज उन ग्राहकों की भाँती ही असमंजस में है की आखिर ये समाज के स्वयंभू नेताओं को हो क्या रहा है ? बहराल इस पुरे प्रकरण में कभी ABKM अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा , वरिष्ठ बीजेपी नेता और ABKM के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दावेदार कैलाश नारायण सारंग की चुप्पी भी लोगो को बैचेन कर रही है I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार राज्य सभा सांसद जहाँ 22 तारीख से अपने जन्मदिन समारोह के चलते देहरादून में होंगे वहीं कैलाश नारायण सारंग अपने स्वास्थय और बढती उम्र के कारण इन विवादों से दूर रहेंगे I ऐसे में २४ सितम्बर को दिल्ली में जय माता दी के घोष के साथ साथ जब श्री चित्रगुप्त भी मोहोल में जब होगा तो अपनी कुल देवी के इस विशेष त्यौहार के समय हो रहे इस गरबे में कौन विजयी होगा ये देखना रोचक रहेगा