आपका अपना
धीरेन्द्र श्रीवास्तव
मुख्यसमन्वयक"कायस्थवृन्द".
(लेखक के विचार अपने है कायस्थ खबर का इनसे सहमत होना आवश्यक नहीं है )
सुनियोजित संघर्ष का परिणाम सदैव सुखदायक,अब जाकर मिला चैन तीन दिन से थे बैचेन !- धीरेन्द्र श्रीवास्तव
साथियों,
सभी सर्तक तथा जागरूक साथी बधाई के पात्र है जिन्होंने अपने समाज व विशाल परिवार के ऊपर गाहे बगाहे होने वाले अप्रिय अपमानो की स्थिति से निपटने व उबरने के लिये न केवल सोशल मीडिया बल्कि धरातल पर भी सक्रिय प्रयास करते है और परिणाम अपने समाज के पक्ष में कर ले जाते है।
ताजा उदाहरण खलीलाबाद की बिटिया के अपहरण का है।एक समय के लिये तो ऐसा लगा कि इस देश व प्रदेश में हमारा ही परिवार सबसे कमजोर और असुरक्षित है क्या ?
पर ऐसा नही है क्योकि हमारे समाज के सक्रिय साथियाे में जहाँ एक और सजग व सतर्क कायस्थ नेत्री व "कायस्थवृन्द"की पूर्व सह मुख्य समन्वयिका डा० ज्योति श्रीवास्तवाजी(देहरादून, नरेंद्र मोदी विचार मंच भारत) अपने सहयोगियो के साथ अत्याचार के विरूद्ध खड़ी हो गयी वही दूसरी ओर प्रसिद्ध मीडिया पोर्टल "कायस्थखबर"के मुखिया हमारे समाज के निर्भीक प्रहरी श्री आशु भटनागर जी(नोएडा) ने अपने कुशल रणनीति से सर्वत्र सामंजस्य स्थापित कर संघर्ष को नया आयाम दिया ।
युवा कायस्थ नेता श्री सोनू श्रीवास्तव (गोरखपुर) जी एवम् माननीय उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या के प्रवक्ता श्री नवीन श्रीवास्तव जी(लखनऊ)सक्रिय कार्यवाही व सहयोग ने जहाँ हौसले बुलन्द किया वही उत्तर प्रदेश के युवा भाजपा नेता श्री दिलीप श्रीवास्तव जी(लखनऊ) ने अपने प्रभाव का प्रयोग कर प्रशासन को सक्रिय किया।अभाकाम के श्री जे० के०सक्सेना जी की सक्रियता भी परिणाम दायक रही।
जिसके परिणाम स्वरूप अपहृत बिटिया बरामद कर ली गई। जबकि हमारे समाज के अनेक सक्षम और श्रेष्ठ पदासीन व्यक्ति सहायतार्थ आगे नहीं आते ऐसे में इन सभी का सहयोग प्रशंसनीय है। समाज की ओर से विशेष धन्यवाद और साधुवाद देते हैं।
अपने इन साथियो सहित हम मुख्यमन्त्री जी को साधुवाद ज्ञापित करते हुये माँग करते है कि हमारा बौद्धिक समाज अपने पूरी क्षमता से राष्ट्र की सेवा करता था,करता है और करता रहेगा पर देश प्रदेश के जिम्मेदार लोग हमारे समाज के सम्मान,सम्पत्ति व प्रतिष्ठा की सुरक्षा व संरक्षा को अपना उत्तरदायित्व बनाएँ।
साथ ही अपने समाज को एकजुट सक्रिय प्रदर्शन के लिए भी हार्दिक बधाई देते हैं।
अपील करते हैं कि अपने इस एकता और सतर्कता को इसी तरह कायम रखकर समाज को उन्नति प्रदान करें।
यही तो"कायस्थवृन्द" है।