सम्पादकीय : निकाय चुनाव में हार जीत से मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ना, इसलिए कायस्थ प्रत्याशी को वोट करे
प्रिय कायस्थ बंधुओ , जैसा की आप सभी जानते है की निकाय चुनावों में जिन कायस्थों को चुनाव लड़ना है वो सभी अपने अपने राजनैतिक दलों और स्वतंत्र रूप से मैदान में आ चुके है I ऐसे कायस्थों के सामने बड़ा गंभीर प्रशन है की आखिर किसको वोट दिया जाए I राजनैतिक दलों ख़ास तोर पर भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े कायस्थों द्वारा एक प्रचार किया जा रहा है की हर हालत में बीजेपी को वोट देकर मोदी जी को मजबूत करें I
लेकिन इसी के साथ ये सवाल भी उठ रहा है की आखिर अगर कायस्थ निकाय चुनावों में भी कायस्थ प्रत्याशी को छोड़ बीजेपी या अन्य किसी दल को चुनाव में वोट देकर जीता दें तो कायस्थों को राजनितिक हिस्सेदारी कब मिलेगी I इसी के लिए कायस्थ खबर ने निकाय चुनावों को लेकर कायस्थ बंधुओ की सोच का जबाब तलाशने का अप्रयास किया है I तो बंधुओ निकाय चुनाव बेहद ही लोकल स्तर पर लदे जाते है जिनमे पार्टी से ज्यदा लोकर समाजसेवी और कार्यकर्ता का प्रभाव होता है I दुसरे निकाय में चुने गए सभासद , मेयर का देश की राजनीती में कोई सीधा योगदान नहीं होता है I वो नगर पालिका या नगर निगम के प्रमुख या सदस्य बन कर शहरी समस्याओं के लिए है I इसमें किसी भी पार्टी केलिए हार जीत का कोई महताब नहीं है , ना ही इसमें हारें से किसी भी राजनैतिक दल का कोई आधार कम हो जाना है और ना ही इससे मोदी सरकार या योगी सरकार को कोई ऐसा ख़तरा है जिससे कारण बना हो जहाँ कायस्थों को देशहित में अपनी बलिदान देने की ज़रूरत पड़े
इसलिए बंधुओ जहाँ भी निकाय चुनाव में आपको निर्दलीय प्र्य्याशी कायस्थ दिखे उसके लिए आगे आये और उसका तन मन धन से साथ दें I बीजेपी , कांग्रेस और सपा जैसी पार्त्यो के लिए साथ आने के बहुत मौके होंगे लेकिन अभी समय सिर्फ कायस्थ के साथ आने का है
शेष फिर...
सम्पादकीय टीम
Hitendrabhatnagar@gmail.com