अंकित सक्सेना के पिता के प्रति दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल का व्यवहार देखकर मेरा खून खौल रहा है- कमल श्रीवास्तव
आम तौर पर मुझे गुस्सा कम ही आता है परन्तु आज अंकित सक्सेना के पिता के प्रति दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल का व्यवहार देखकर मेरा खून खौल रहा है| जो अरविंद केजरीवाल 2 दो मुस्लिमों को मृत्यु के बाद सहायता के तौर पर 1-1 करोड़ देते हैं वहीं अंकित के पिता के द्वारा सहायता राशि के बारे में पूछने पर बिना जवाब दिए चले जाना ये दर्शाता हे कि वे केवल वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं| इसका कारण भी हम हैं हममें एकता का आभाव है, हम अपने समाज के मन में ये बात बैठाने में सफल नही हुए कि जबतक हममें एकता का आभाव है हमारे साथ अन्याय होता रहेगा|
सबसे पहले हमें अपने अहंकार को तिलांजलि देते हुए समस्त कायस्थ समाज को एकजुट करना होगा इसके लिए हमें अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को भी अगर त्यागना पडे़ तो बेझिझक त्यागकर समाज को एकजुट करने का प्रयत्न करना चाहिए| फिर हमें दूसरी तरफ हमें ये भी मानकर चलना होगा कि हम हिन्दू हैं और हमें हिन्दुओं को भी जोड़कर चलना हैं| हम अपने को ज्यादा मानवतावादी दिखाने की होड में लगकर ये साबित करने का प्रयत्न कर रहे हैं कि हम सेक्युलर हैं हमारी यही सोंच हमें कमजोर कर रही है, और कमजोर लोगों की कहीं नही सुनी जाती है|
अत: पहले हमें अपने समाज फिर अपने धर्म पर पूर्णतया ध्यान देना होगा तभी शासन प्रशासन हमारी समस्याओं पर पूरी तरह ध्यान देगा|
???
आपका भाई
कमल श्रीवास्तव
महासचिव
अं.का.स.ए.प. उत्तर प्रदेश