गौरतलब है की आज कुछ अखबारों में ये खबर दी गयी है की पुराने लोग ही फिर से अपने पदों आ गए है जिनमे पिछले काफी समय से विवादित रही महिला अध्यक्ष मेघना श्रीवास्तव का भी नाम शामिल है अपने पाठको को याद दिला दें की उसी विवाद के बाद अखिल भारतीय कायस्थ महासभा से कई बड़ी महिला पदाधिकारी अपने पद से हट गयी थी जिनमे सविता एस एस लाल प्रमुख है कायस्थ खबर से एक बातचीत में मनोज सक्सेना ने कहा की चुनावों के समय पूर्वकार्यकारणी भंग कर दी जाती है फिर कैसे सोशल मीडिया में लोग अपने पुराने पदों को लिख रहे है I बिना बैठक के कैसे सभी लोगो के पद घोषित हो गए है जाहिर तोर पर ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय के सामने सभी छत्रपो को साधना पहली प्राथमिकता होगी I हालांकि सूत्रों के अनुसार परदे के पीछे से लोगो को मनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है I अब कब तक इन को शांत किया जाता है वो देखने वाली बात होगीइस चुनाव के तरीके से मै व्यक्तिगत सहमत नही हूँ मुझे नही लगा कि चुनाव हुआ। सुबोधकांत सहाय जी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होना गर्व की बात है लेकिन चुनाव कैसे हुआ ये समझ मे नही आया पूरी कमेटी ऐसे ही चुन ली गई
मनोज सक्सेना ने चुनाव के लिए आये रजिस्ट्रार के मंच पर बैठने पर भी सवाल उठाये है और पूछा है की गैर जाती के व्यक्ति को आखिर मंच पर जगह क्यूँ दी गयी
ABKM चुनाव : पूर्व राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष मनोज सक्सेना ने उठाये प्रक्रिया पर सवाल
कायस्थ खबर डेस्क I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय बन गए हैं लेकिन विवादों का शांत होना अभी बाकी हैं I ऐसे ही एक विवाद कल से सोशल मीडिया पर जारी है I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार सभी लोग सुबोध कान्त सहाय के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन्ने तो खुश तो हैं लेकिन इसकी प्रक्रिया से खुश नहीं है I पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज सक्सेना ने कार्य समीति को इसकी सुचना कार्यसमिति को भेज दी है , मनोज सक्सेना ने सवाल उठाते हुए कहा है