सर्वानंद सर्वज्ञानी I कहते है किस्मत जब पलटती है तो आदमी ही नहीं उसके चाहने वाले भी हैरान रह जाते है ऐसा ही कुछ हो रहा है आजकल सुबोधकांत सहाय के साथ I पहले अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अध्यक्ष और अब बीजेपी में जाने और गृहमंत्री बन्ने की खबरों के साथ ही उनके दिल्ली स्थित आवास पर समर्थको का जमावड़ा लगना शुरू हो गया
इसे उनकी माँ का आशीर्वाद कहे या सितारों का खेल जी की २५ फरवरी को उनके अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन्ने की घटना जहाँ उनके कांग्रेस में बढ़ते कद के तोर पर देखा जा रहा था I खुद सुबोध कान्त सहाय भी इस अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष बन्ने की घटना को ट्विटर पर officeऑफ़ राहुलगांधी को टैग किये थे
लेकिन कायस्थ खबर की इस खबर को जब पीएमओ और अमित शाह के सहयोगियों ने देखा तो उनके होश उड़ गए I दशको से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के जरिये कायस्थों वोटो का एक मुश्त बीजेपी को वोट पढ़ रहा था और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश नारायण सारंग , अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के सिन्हा बीजेपी में अपना प्रभाव बनाए हुए थे
आनन् फानन में अमित शाह ने केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को तलब किया और २७ तक बीजेपी में कायस्थ समाज के दावेदारों को पी एम् हाउस पहुँचने का आदेश दिया I रविशंकर प्रसाद तो इस उठापटक से इतने शर्मिंदा हुए की उन्होंने १ मार्च को होने वाला होली मिलन समारोह ही स्थगित कर दिया I
२७ फरवरी को पी एम् ओ पर एक आपातकाल बैठक हुई जिसमे आर के सिन्हा के अलावा भोपाल से कैलाश नारायण सारंग , केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, जयंत सिन्हा समेत बीजेपी में अपना दावा ठोकने वाले कई नेता शामिल हुए I रविशंकर प्रसाद ने सुबोध कान्त सहाय के अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अध्यक्ष बन जाने पर हैरानी जताई और कैलाश सारंग और आर के सिन्हा से पूछा की आखिर ऐसा हो कैसे गया अब वो मध्यप्रदेश के चुनावों कैसे जीतेंगे I मध्यप्रदेश की हार के लिए नरेंद्र मोदी अगर गुस्सा हुए तो क्या होगा ?
कैलाश सारंग ने अमित शाह को बताया की सुबोध कान्त सहाय गलत गुट को रिप्रेसेन्ट कर रहे है हमने उस गुट पर मुकदमा किया हुआ है इस पर रविशंकर प्रसाद ने उनको कोर्ट के पेपर पेश करने को कहा जो वो नहीं कर पाए जिस पर अमित शाह और नरेंद्र मोदी दोनों ने कैलाश सारंग को शांत बैठने को कहा I
इधर जब आर के सिन्हा ने बताया की वो समाज के इस बड़े संगठन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और संगत पंगत के जरिये भी कायस्थों को अपने साथ रखे है तो अमित शाह ने उनसे कायस्थों को लेकर दिल्ली में हुई पिछले ६ महीने की गतिविधियों के डिटेल्स मांग लिए I
आर के सिन्हा की चुप्पी के बाद अमित शाह ने रविशंकर प्रसाद से आगे का एक्शन प्लान पूछा की अब कायस्थों वोटो को कांग्रेस में जाने से रोकने के लिए वो क्या करेंगे सुबोध कान्त सहाय के तोड़ के तोर पर बीजेपी किसको आगे कर सकती है क्या वाकई ऐसे कोई नेता है जो अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रभाव को कम कर सके I
रविशंकर प्रसाद बोले मेरे तो खुद राज्यसभा का कार्यकाल ख़तम हो रहा है और आगे चुनाव लढ़ कर जीतने की संभावना नहीं मैं खुद नहीं समझ पा रहा हूँ , अब तो आप ही लोग कुछ निर्णय ले सकते है, सुबोधकान्त के कद का नेता इस समय बीजेपी में मिलना मुश्किल है और आने वाले चुनावों में इसका फायदा कांग्रेस को ही होगा
इसी बीच अप्रत्याशित तोर पर शत्रुघ्न सिन्हा ने सुबोधकान्त सहाय के साथ पी एम् ओ में प्रवेश किया तो सभी कायस्थ नेताओं को कुछ समझ नहीं आया I खुसर पुसर के बीच शान्ति जब हुई जब शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने चिरपरिचित अंदाज में "खामोश" कहा I
बहराल अमित शाह ने शत्रुघ्न सिन्हा को गले लगा कर उनको सुबोध कान्त सहाय को मीटिंग में लाने के लिए धन्यवाद दिया और उनके पटना के टिकट को आगे जारी रखने का आश्वाशन भी दिया I अमित शाह ने बीजेपी के कायस्थ नेताओं को देखने हुए कहा की मुझे पता था की आप लोग यही कहोगे इसलिए मैंने बैक डोर से शत्रुघ्न सिन्हा को सुबोध जी को साधने पर लगा दिया था I मुझे ख़ुशी है की शत्रुघ्न जी एक बार फिर से पार्टी के लिए खेवनहार सिद्ध हुए है
इसके बाद सुबोधकांत सहाय को बीजेपी में आने का निमंत्रण दिया गया I सुबोधकान्त सहाय ने इस पर कांग्रेस के अपने लम्बे संबंधो का हवाल दिया I लम्बी जद्दोजहद के बाद ये तय हुआ की राजनाथ सिंह काफी समय से संगठन में लौटने का दबाब बना रहे है और चुनावों में भी मात्र १ साल बचा है , सुबोधकान्त सहाय पहले भी देश के सफल गृहमंत्री रह चुके है इसलिए उनको बीजेपी में लाने के साथ देश का गृहमंत्री भी बना दिया जाये I शत्रुघ्न सिन्हा ने इसका स्वागत किया I
इसके बाद ये तय हुआ की चूँकि अभी देश का ध्यान श्रीदेवी के अंतिम संस्कार और शंकराचार्य के निर्वाण और होली के त्यौहार के चलते इस पर 4 मार्च को ही सबके सामने लाया जाएगा तो सही रहेगा I सूत्रों की माने तो सुबोध कान्त सहाय ने अपना इस्तीफ़ा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है I
होली पर इस बदले रंग से पूरी कायस्थ राजनीती बदल गयी है जहाँ सुबोध कान्त सहाय के बड़ते कद से उनके घर पर समर्थको में ख़ुशी का मोहोल है वहीं शत्रुघ्न सिन्हा अपने पटना के टिकट कंफिर्म होने से होली की खुशिया मनाने में लग गए है I पटना स्थित उनके घर को फूलो से सजाया जा रहा है वहीं रविशंकर प्रसाद और आर के सिन्हा कैम्प की होली सुनी हो गयी है I
कायस्थ खबर लगातार सबसे फ़ोन पर सम्पर्क करने की कोशिश कर रहा है लेकिन कोई फ़ोन नहीं उठा रहा है I अरे ये क्या एक साथ दोनों फ़ोन पर आर के सिन्हा और रविशंकर प्रसाद के फ़ोन एक साथ आ रहे है किसका फ़ोन उठाऊ , क्या करोगे सर्वानंद कहीं दोनों नाराज ना हो जाए , आज सर्वज्ञानी होने का अहंकार निकल जाएगा ...
उठो कब तक सोते रहोगे .. सपने में भी तुम्हे आर के सिन्हा और रविशंकर प्रसाद ही आ रहे है सुधर जाओ जिस उम्र में बीवी के ह सपने देखने चाहए तुम नेताओं को देख रहे हो .. बीवी की कर्कश आवाज़ के साथ ही पता चला ये सिर्फ एक सपना था जो कल भांग की गुंजिया खाने बाद आई लम्बी नीद में आ गया था , माफ़ करना दोस्तों आप इस खबर पर अगर उदास हुए हो बुरा ना मानो होली है
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