बहिष्कार कीजिये ऐसे कायस्थ गायकों का जिनके पास भगवान् चित्रगुप्त के भजन लिखने/गाने का समय ना हो – आशु भटनागर
कायस्थ यु तो हर दूज की पूजा के लिए बड़े जोर शोर से भगवान् चित्रगुप्त की पूजा करते हैं खुद को उनका वंशज भी कहते है लेकिन आज यही वंशज सफलता के मद में इतने अंधे हो गए हैं की इनके पास भगवान चित्रगुप्त के भजनों के लिए समय नहीं होता है I इससे भी बड़ी बात ये है की ऐसे लोग अब पूरी बेशर्मी के साथ इसको कह भी देते है
यु तो ऐसे स्वार्थी , बेशर्म लोग हमें रोजाना किसी ना किसी रूप में मिलते ही रहते है लेकिन आज एक कायस्थों के व्हाट्सआप ग्रुप में फिर एक वाक्य ऐसा ही हुआ जिसे देख कर सच में बहुत दुःख हुआ और गुस्सा भी आया I
एक सज्जन ने किसी कायस्थ गायिका की कहीं सम्मान लेते हुए तस्वीर डाली I जिस पर पटना के रुपेश कुमार ने पूछा ये कौन है उन्होंने उस गर्व से उस गायिका का नाम बताया I रुपेश ने ये जानकार की गायिका कायस्थ भी है उनके प्रतिनिधि को इस गायिका को bhagwaan चित्रगुप्त के भजन लिखने /गाने का आफेर दिया और कहा की वो इसका म्यूजिक एलबम निकलवाने में जो खर्च होगा वो वहां करेंगे I
इस पर उक्त प्रतिनिधि ने बड़ी भी बदतमीजी के साथ जबाब दिया की "उनके पास समय नहीं है "
अब आप समझिये की जिन कायस्थों को अक्षर के देवता कहे जाने उन्ही के परमा पिता भगवान् चित्रगुप्त के भजन लिकहने गाने के लिए समय नहीं है I उनसे आप किसी के सम्मान की उम्मीद क्या करेंगे I
क्या अब वक्त नहीं आ गया है जब ऐसे सभी गायकों का समाज बहिस्कार करे और उनको किसी भी समाज के कार्यक्रमों में ना बुलाये I क्या क्या पैसे के लिए साईं और मजारो पर गाने वाले इन कायस्थों को कायस्थ माना जा सकता है ?
इसका फैसला अब समाज को ही करना है