राजेश हत्याकांड में बड़ा खुलासा, 5 लाख देकर कराया क़त्ल, हत्यारोपियो में एक कायस्थ के शामिल होने से सन्न कायस्थ समाज
कायस्थ खबर डेस्क I बहुचर्चित अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड का खुलासा हो गया है। हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने ही अपने दोस्त घनश्याम के माध्यम से दी थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इलाहाबाद और वाराणसी की एसटीएफ टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हत्या में शामिल प्रतापगढ़ निवासी शूटर विशाल प्रजापित और सुपारी लेने वाले शमशाद को हिरासत में लिया है। जबिक दूसरी शूटर रईस और इस मामले में शामिल अंजनी श्रीवास्तव समेत घनश्याम हत्या के दिन से ही फरार है। जबकि क्राउन होटल मालिक प्रदीप जायसवाल को पुलिस ने हत्या के दिन ही गिरफ्तार कर लिया था। जानकारी के अनुसार हत्या को अंजाम देते वक्त गाड़ी रईस चला रहा था और गोली विशाल प्रजापति ने मारी थी। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या है पुलिस का खुलासा ?
दरअसल अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की हत्या के दिन पुलिस को कचेहरी के पास से एक प्रतापगढ़ नंबर की पल्सर बाइक लावारिस हालत में मिली थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर राजेश की हत्या करने वाले शूटर भी पल्सर बाइक से ही आए थे। और गोली मारने के बाद व कचेहरी की तरफ भाग निकले के थे। जिसके बाद पुलिस को शक हुआ की हो न हो कचेहरी के पास से बरामद बाइक का ही इस्तेमाल अधिवक्ता की हत्या के हुआ हो। पुलिस ने प्रतापगढ़ का नंबर होने के कारण वहां के शातिर अपराधियों की लिस्ट खंगाली तो चला की प्रतापगढ़ निवासी शमशाद पैसे लेकर लोगों की हत्या कराता है
जिसके बाद पुलिस ने शमशाद को सर्विलांस पर लिया। और तत्काल गिरफ्तार करने के बजाए उस पर नजर रखी। सही मौका मिलते ही सोमवार को इलाहाबाद और वाराणसी एसटीएफ ने साथ मिलकर शमशाद और विशाल प्रजापति को उठा लिया। जिसके बाद पुलिस को पता चला कि हत्या की सुपारी इलाहाबाद निवासी अंजनी श्रीवास्तव ने दी थी। जिसका कई चर्चित आपराधिक गतिविधियों में नाम आ चुका है। अंजनी को सुपारी क्राउन होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने अपने यहां पार्टी आदि का काम लेने वाले घनश्याम ने दी थी। पुलिश सूत्रों की माने तो होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने पांच लाख रुपया घनश्याम को देकर अधिवक्ता को ठिवाने लगाने की बात कही थी। जिसके बाद घनश्याम ने इलाहाबाद झूंसी निवासी अंजनी श्रीवास्तव से संम्पर्क किया।
पांच लाख में दी गई थी सुपारी, शमशाद तक पहुंचा दो लाख
पत्रिका में छपी जानकारी के मुताबिक होटल व्यवसायी प्रदीप जायसवाल ने अधिवक्ता को मारने के लिए पांच लाख रुपया घनश्याम को दिया था लेकिन शमशाद तक पहुंचा सिर्फ दो लाख। बीच में तीन लाख रूपया कहा गया इसका खुलासा अंजनी श्रीवास्तव और घनश्याम की गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेगा।
राजेश हत्या काण्ड में के विरोध में इलाहबाद के कायस्थों ने एक हो कर किया था प्रदर्शन
गौरतलब है की राजेश हत्याकांड के आंदोलित कायस्थ समाज ने काफी समय बाद सडको पर उतर कर आन्दोलन किया था I जिसमे कुमार नायारण , अजय श्रीवास्तव , धीरेन्द्र श्रीवास्तव आदि ने टीपी सिंह के नेतृत्व में मांग की थी हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए I कायस्थ समाज के दबाब को देखते हुए एस टी ऍफ़ एवं यूपी सरकार पर दबाब था खुद योगी आदित्यनाथ इसको जल्द से जल्द सुलझाने के दावे कर रहे थे
युवा कायस्थ नेता भूपेन्द्र पीयूष भी बैठे थे अनशन पर
राजेश ह्त्याकांड में कायस्थ युवा इतने आक्रोशित थे की युवा कायस्थ नेता भूपेन्द्र पीयूष भूख आन्दोलन पर बैठ गये थे बाद में हालत बिगड़ने पर पुलिस के आश्वासन पर उन्होंने आन्दोलन को रोका था , बाद में राज्यपाल से मिलकर उन्होंने इस पर जल्द कार्यवाही के लिए मांग की थी