कायस्थ पाठशाला की ज़मीन पर बनी मस्जिद !!! बीते सालो में कोई अध्यक्ष पूर्व अध्यक्ष इस पर शांत क्यूँ – अभय निरखि का बड़ा आरोप
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ पाठशाला के चुनावों का समय जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे इसकी राजनीती की आंच में कई लोग झुलसने लगे है I बीते दिनों धीरेन्द्र श्रीवास्तव को लेकर कई लगे आरोप पर स्पस्टीकरण देने आये अभय निरखि ने उसी पोस्ट के जबाबो में एक बड़ी जानकारी का खुलासा किया Iअभय निरखि ने दावा करते हुए कहाआपको मालूम नही हे कि ट्रस्ट की जमीन पर एक मस्जिद भी बन गयी है, ना मालूम हो तो मुझे कोई आश्चर्य नही है क्योकि हमारे पूर्व, वर्तमान और भावी अध्यक्षो की जुबान कभी हिली ही नही इस मुद्दे पर, ना कभी हिलेगी ।हमारे के०पी० ट्रस्ट के लोग समाज मे यह झूठ फैला लेंगे कि फलां के बाप के नाम पर बन रहा है अस्पताल मगर इस सच पर मौन ही रहेगे कि ट्रस्ट की जमीन पर मस्जिद कैसे बन गयी । ना जाने क्यो डा० विवेक जी ने मुझे ब्लाक किया है फेसबुक पर नही तो मै उनसे पूछता कि जब आप भी अस्पताल ही चाहते हो और धीरेन्द्र जी भी फिर विरोध क्यो ?
क्या व्यतिगत कारणो से या गुटो के आधार पर विरोध करना ही समाज सेवा है ?
XX जी,
मेरी आदत रही है जिन मसलो पर मुझे पुख्ता जानकारी नही होती है उस पर सवाल खडे नही करता हू ।आपने जब यह सवाल उठाय़ा कि धीरेन्द्र जी ने उपाध्यक्ष रहते हुए क्यो नही किया यह काम क्यो नही किया ।
सवाल वाजिब था सो पूरे डाक्युमेंट पलटने पडे । दस्तावेज बता रहे है कि कमला प्रसाद सोसायटी को जमीन आबंटन जून 2013 मे तब हुआ जब टी०पी० सिंह अध्यक्ष थे और इसी समय धीरेन्द्र जी उपाध्यक्ष थे । चार साल मे प्रोजेक्ट बना कर अस्पताल का निर्माण मुश्किल नही असंभव है उस संस्था के लिये जिसका आर्थिक आधार लोगो का स्वेच्छा से किया गया दान हो ।पिछले चुनाव मे मै पहली बार ट्रस्ट के चुनाव मे एक्टीव हुआ तब जब कारगिल युद्ध के मैदान मे तैनात रहे श्री एस०पी० श्रीवास्तव जी ने मेरा परिचय डाक्टर साहब से करवाया और समर्थन का अनुरोध किया । प्रति शुक्रवार को होने वाली मीटिंग मे जाया करता था । मुख्य वक्ता कृपाशंकर जी हुआ करते थे । उन्ही के भाषणो से मुझे मालूम हुआ था कि उपरोक्त जमीन पहले मेरठ के किसी पूँजीपति की संस्था को मेडिकल कालेज के लिये आबंटित की गयी थी अनुबंध के बाद संस्था ने अनुबँध के कुछ प्रावधानो को मानने से ना नुकुर करने के कारण ट्रस्ट ने अनुबंध निरस्त करके जमीन अस्पताल के लिये ही कमला प्रसाद सोसायटी को दी गयी है ।चौधरी परिवार के सोच या एजेंडे मे ही नही है ऐसा कोई प्रोजेक्ट, टी०पी० सिंह गुट द्वारा लाये प्रोजेक्ट को रोक दिया गया । विवाद न्यायालय मे है जो लम्बे समय तक चलना है ऐसे मे अगर मान ही लू कि अगले अध्यक्ष डाक्टर साहब ही हो गये तब उस वक्त क्या स्टैण्ड होगा ट्रस्ट का न्यायालय मे ?
डा साहब नया अस्पताल बनायेगे नयी जगह पर ?
या कि उपरोक्त मुकदमे मे समझौते का राह पर चलेगे, ?
इस तरह ट्रस्टीयो की गुटबाजी मे कायस्थो का एक संस्थान फँसा रहेगा उधर अवैध कब्जा करके बनाया गया सर्विस सेंटर, और नूरी मस्जिद फलती फूलती रहेगी ।ऐसे में सवाल ये हो गया है की इलाहबाद को कायस्थों का मक्का कहते कहते कायस्थ मठाधीश और सत्तारूढ़ अध्यक्ष इस कदर बेबस हो गये की वहां मस्जिदे बन्ने लगी है I कायस्थ खबर इस घटना की आगे की जानकारी के लिए इलाहबाद के सभी लोगो से संपर्क करने की कोशिश कर रहां है जल्द ही आगे की जानकारी आप सबको देगा