सोशल मीडिया पर एक ताजा मामला सामने आया है कायस्थों के व्हाट्सप्प ग्रुप का । जिसमे कायस्थवाहिनी के पदाधिकारी द्वारा नए ग्रुप का निर्माण किया जाता है और उसमे कायस्थ विकास परिषद के लोगो को जबरदस्ती जोड़कर ओर समाज के अन्य कायस्थ को भी जोड़कर उन्हें बहुत ही अभद्र गाली दी जाती है ये सब कायस्थवहिनी प्रमुख (जो अब नही रहे पद मुक्त कर दिया है) पंकज श्रीवास्तव उर्फ पंकज भैया के कहने पर हो रहा है इन्होंने एक ग्रुप पर एक बरिष्ठ पत्रकार ओर एक कवि को कुत्ता कहा है जिसका स्क्रीन शॉट आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हु इन सबका कर्ता धर्ता केवल पंकज है क्यों कि पंकज के ही कहने पर अक्षय श्रीवास्तव नए ग्रुप का निर्माण करता है और उसी के कहने पर ये गाली देता है यहा एक बात और स्पष्ट कर दु की पंकज श्रीवास्तव अक्षय श्रीवास्तव का सगा फूफा है अक्षय नासिक में रहता है और खुद को शिवसेना का कार्यकर्ता बताता है और धमकी देता है
- यही पंकज श्रीवास्तव पहले कायस्थ विकास परिषद में थे पहले बहा इन्होंने पैसे का गोलमाल किया और भी कारण थे
- जिनकी बजह से इन्हें बहा से निष्कासित किया गया और इनके साथ 5 लोगो को भी
- इन्हें एक ओर संगठन से बहार किया गया जिसका कारण स्पष्ट नही हो सका
- अब इन्हें 4 दिन पहले ही खुद की वाहिनी से निकाल दिया गया ।
मैं आपसे पूछना चाहता हु की आखिर ऐसा क्यों ?
सभी संगठन में खराबी है या इस पंकज श्रीवास्तव में खुद में जो आज तक किसी संगठन में स्थायी रूप से नही रह सका, आखिर अक्षय ओर उसके फूफा पंकज समाज को क्या संदेश देना चाहते है इनका उद्देश्य क्या है क्या इसी तरह समाज को कलंकित करते रहेंगे ?
कायस्थवाहिनी प्रमुख का कहना था कि हम समाज मे एकता लाएंगे ओर समाज को संगठित करेंगे क्या ये अभी तक संगठित कर पाए जहा जाते है कायस्थों को दो भागों में बांट देते है एक दूसरे को बहकाते है ओर एक दूसरे को गाली गलौच कर बाते है यही इनका काम है यही है कायस्स्थ एकता क्या ऐसे ही लाएंगे एकता।
जब कोई इनका संगठन छोड़ता हे तो उसे भी ये गालियों से नाबाजते है गालियां देने इनकी फितरत है और जब कोई इनका विरोध करता है या इनकी गलत पोस्ट पर आपत्ति जताता है तो उसको ये ग्रुप में ऐड करके बहुत ही भद्दी गाली देते हे पंकज खुद गाली कम देते है बस नए युबा लड़को से गाली दिलवाते है जो कि अक्षय करता है अभी एक बात और सामने आई है अगर पंकज को कभी किसी को गाली देना होता है तो बो वाहिनी के लोगो से कहता है कि तुम फलाने व्यक्ति को गाली दो अगर आपको वाहिनी में रहना है तो उक्त ब्यक्ति अगर ऐसा नही करता है तो उसे पदमुक्त कर दिया जाता है इसका जीत जागता उदाहरण खुद मैं वेदान्त श्रीवास्तव हूँ
सोचने की बात ये है कि जब से पंकज श्रीवास्तव को वाहिनी से पदमुक्त किया है बो अपना आपा खो बैठे हैं, कभी किसी को कुत्ता कहना कभी किसीको गाली देना ये सब उनकी ओछी मनसिकता को दर्शाता है। ऐसे संगठन ओर उनके द्वारा किये कृत्य समाज के लिए घातक है इसलिए इनका बहिष्कार होना चाहिए समाज से जुड़े संगठन और समाज के वरिष्ट लोगों को इस पर ध्यान देना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो इसलिए इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए|
पंकज श्रीवास्तव उर्फ पंकज भैया पर लगातार बहुत से कायस्थ भाइयो का पैसा हजम करने का भी आरोप है कभी नित्या के नाम से तो कभी 3g बाज़ार के नाम से ।
यह छत्तीसगढ़ में भी अपना ब्यापार चालू करने बाला था परंतु समय रहते इसका भण्डा फूट गया। पंकज श्रीवास्तव आज सभी जगह यही बोलते है कि कंपनी को चालू करने के लिए मेने (पंकज)दो लाख रुपये लगाया जबकि कंपनी का डाइरेक्टर पंकज की पत्नी है और उसका भाई डब्बू ।
कई ग्रुप में मैने देखा है यही पंकज श्रीवास्तव कायस्थ विकास परिषद के राष्ट्रीय महासचिव श्री अभय सिन्हा जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजीव वैध सिन्हा जी को गाली देते रहे और आज भी देते है इनको इतना भी ज्ञान नही है कि अपनो से बड़ो से कैसे बात की जाती है ये खुद की तुलना कायस्थ शिरोमणि श्री आर के सिन्हा जी करते है और पीठ पीछे ईनको गाली देते है और इनका कहना है कि हम सुभाष चन्द्र बोस की विचारधारा बाले लोग है ना कि महात्मा गांधी की बिचारधारा बाले ।
इन्होंने ने हमारे महापुरुषों को भी नही छोड़ा अब आप ही बताइये की क्या ये ब्यक्ति सुभाषचंद्र बोस और महात्मा गांधी के पैरों की धूल के बराबर भी है क्या ।
मेरा प्रश्न सभी कायस्थों ओर आम जनता से है
अक्षय श्रीवास्तव जो कि खुद को शिवसेना का पदाधिकारी बताता है और धमकी देता है कि जो करना है कर लो करो मेरी fir में सबसे निपटना जानता हूं और ग्रुप पर किसी को भी एड करके उसे अभद्र गाली देता है जिसके स्क्रीन शॉट में आपको सबूत के तौर पर दे रहा हु हर किसी को XX का बच्चा बोलता है कुछ लोग इसके इस ब्यबहार से परेशान है क्योंकि कोई भी ब्यक्ति अपने माँन सम्मान को ठेस पहुंचाना नही चाहता ।
बहुत दिन से में आप के मन की बात बोलना व लिखना चाह रहा था कि सोशल मीडिया पर लोग कितने एक्टिव है लोग सिर्फ व्हाट्सप्प ओर फेसबुक पर ही मदद करते है या नही । मैं कायस्थ होकर कायस्थों के बारे में लिखने को मजबूर हो गया हूं बहुत दुख होता है जब कोई कायस्थ संगठन हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री ओर भारत के गौरब रत्न श्रीअटल विहारी बाजपेई जी मृत्यू की झूठी खबर सोशल मीडिया पर फैलाता है और जब कोई इसका विरोध करता है तो उसको ग्रुप में ऐड करके गंदी गंदी गाली ओर विडियो सेंड करता है ये तो बही बात हो गई कि चोरी ऊपर से सीना जोरी इसलिए कोई ब्यक्ति इसके मुँह लगना नही चाहता ।
पूर्व प्रधानमंत्री की झूठी खबर इसी अक्षय श्रीवास्तव ने जो कि कायथवाहिनी में था पोस्ट की थी जिसका सबूत आपको पेश कर रहा हु जब मैने यही पोस्ट fb पर पोस्ट की तो कोई भी कायस्थ भाई आगे नही आया।
एक बात प्रकाश के लाना चाहूंगा कि जो संगठन है जिसे कायस्थवाहिनी अन्तर्राष्ट्रीय बोला जाता है उसके लेटरहेड पर उसका रजिस्ट्रेशन नंबर नही है।
अक्षय श्रीवास्तव जो कि नासिक में रहता है पंकज श्रीवास्तव इनके फूफा लगते है , अक्षय श्रीवास्तव लगातार व्हाट्सप्प ग्रुप का निर्माण करता है जैसे कायस्थ बिचार मंच , हवेली पर आना, कुत्तों से पड़ा पाला, कायस्थ चर्चा आदि है जिनका ग्रुप एडमिन अक्षय पंकज डब्बू ओर कायस्थवाहिनी के पदादिकारी होते है जिनमे हमको ऐड करके गाली दी जाती है
वेदान्त श्रीवास्तव
भड़ास में लिखे विचार लेखक के अपने कायस्थ खबर का इनसे सहमत या असहमत होना अनिवार्य नहीं है I लेख के संदर्भ में आप अपने नीचे कमेन्ट बाक्स में या हमें kayasthakhabar@gmail.com पर मेल कर सकते है
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