आखिर गोरखपुर से संचालित संगठनों में आपस में लड़ाई ही क्यूँ ?
कायस्थ खबर डेस्क I २ दिन पहले गोरखपुर के किन्ही विजय श्रीवास्तव का फ़ोन आया की भाई साहब आपके यहाँ से गोरखपुर के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख से सम्बंधित कोई खबर छपी हुई है जिसको लेकर यहाँ गोरखपुर के लोकल व्हाट्सआप ग्रुपों में तमाम वाद विवाद चल रहा है I दूनो ही पक्ष एक दुसरे को नीचा दिखाने के लिए किये सभी सीमाए लांग जा रहे है
कायस्थ एकता और समाज के नाम पर वर्चस्व का नंगा नाच चल रहा है I खैर सवाल कठिन था और चिंतनीय भी , हमने पूछा पर स्वयंभू अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष तो बताते है की वो वहां काफी प्रभाव रखते है तो आखिर उनके खिलाफ कोई कैसे बोल सकता है I
इस पर विजय श्रीवास्तव ने कहा की भाई साहब गोरखपुर में इन संगठनो को कोई पसंद नहीं करता और दरअसल ये लोग वहां कुछ भी नहीं करते I उन्होंने अपना एक संस्मरण देते हुए कहा की एक कार्यक्रम में उक्त अध्यक्ष और उनके प्रतिद्वंदी समेत बाकी लोग भी थी जहां स्वयंभू अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने गुणगान स्वयं करने शुरू किये की हमने जयपुर में झंडे गाड़े , आगरा में गाड़े , सिंगापुर में गाड़े I इस पर विजय जी ने पूछा की आखिर आप गोरखपुर में क्यूँ नहीं कुछ कर पाए यहाँ आपको क्यूँ कोई नहीं मानता ..
बकोल विजय श्रीवास्तव पुरे मीटिंग में पिन ड्राप साइलेंस छा गया उसके बाद कोई कुछ नहीं बोला , उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कायस्थ खबर से अपील की , कि कृपा करके इन बडबोले स्वयंभू राष्ट्रेये अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे बारे में कोई सुचना ना दिया करें ऐसे लोग गोरखपुर में ही नहीं जाने जाते लेकिन आप इनको प्रचार दे देते है
उन्होंने गोरखपुर मंदिर में हुए बीते दिनों भगवान चित्रगुप्त भजन संध्या के बारे में जानकारी दी जिसको अब हर महीने किया जाने की तैयार हो रही है और ऐसे सभी विवादित लोगो के बिना I
कायस्थ खबर ने विजय श्रीवास्तव को से पूछा आखिर गोरखपुर के संगठनो में ही आपस इतनी लड़ाई क्यूँ है इसके जबाब में उन्होंने कहा की ये संगठनों की लड़ाई नहीं है ये गोरखपुर के २ परिवारों की लड़ाई है और इसमें गोरखपुर के लोग शामिल नहीं है लेकिन ये लोग अपनी लड़ाई में कुछ लोगो को साथ लेकर देश भर में कायस्थों की प्रतिष्ठा को दांव पर लगा रहे है , ऐसे में कृपया कायस्थ खबर इनको लेकर कोई खबर ना छापे
कायस्थ खबर अपने पाठको के उपर ये निर्णय छोड़ता है की क्या भविष्य में इन लोगो की कार गुजारियो की जानकारी सबको दे जाए या विजय जी के कहे अनुसार इनको इग्नोर कर दिया जाए
लेख में दिए गये तथ्य गोरखपुर के विजय श्रीवास्तव से बात चीत पर आधारित है और उनके व्यक्तिगत विचार है कायस्थ खबर उनको लेकर कोई दावा नहीं करता है