स्व नीरज की अंतिम यात्रा पर गायब कायस्थ नेता, मनोज सक्सेना के सवालों से परेशान अभाकाम कडोम के राष्ट्रीय महामन्त्री फिर भागे
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ शिरोमणि पद्म विभूषण गोपाल दास नीरज की अंतिम यात्रा कल अलीगढ में राजन्कीय सम्मान के साथ निकाली गयी I जिसमे कई लोग शामिल हुए कायस्थ समाज से भी कई लोग पहुंचे लेकिन कायस्थों की सबसे बड़ी संस्था होने का दावा करने वाली अखिल भारतीय कायस्थ महासभा कडोम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय , राष्ट्रीय महामंत्री ऐसे मौके पर नदारद थे I
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पूर्व युवा राष्ट्रिय अध्यक्ष manoj सक्सेना ने दुःख प्रकट करते हुए इस बात को आज उठाया की केश के हमदर्द होने का दावा करने वाले तमाम सगठनों के नेता इस महान हस्ती के अंतिम दर्शनों तक भी नहीं पहुचे जो निश्चित ही दुःख की बात है
इस पर जब अम्बुज सक्सेना ने सबसे सवाल करने शुरू किये तो अपनी आद्दत के अनुसात राष्ट्रीय महामंत्री सवालो के समुचित जबाब देने की जगह ग्रुप से भगा गये I हालाँकि राष्ट्रीय महामंत्री विश्व विमोहनकुलश्रेष्ठ का सवालों से भागना कोई नई बात नहीं है वो पहले भी ऐसे कम कर चुके हैं I सवाल से बचकर भागना उनकी पुरानी आदत रही है I बीते हफ्ते ही उनकी ऐसी आदतों और तानाशाही के चलते एक प्रदेश पदाधिकारी ने इस्तीफ़ा भी दे दिया था
लेकिन manoj सक्सेना के सवाल पर भी जबाब ना देना और फिर से भाग जाता विश्व विमोहन कुलश्रेष्ठ को एक अयोग्य नेता साबित करता है I अभाकाम कडोम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय को सोचना चाहए की आखिर वो कैसे नेताओं के साथ खड़े हैं क्या ऐसे नेताओं के बल पर ही समाज का अभाला हो सकता है ?
क्या गीत ऋषि गोपाल दास नीरज जी की अंतिम यात्रा में जाना आपके और आपके महामंत्री का दायित्व नहीं था और अगर नहीं भी जा पाए तो सवालों से भाग जाना ही क्या आपकी नियति है